सतना। पुलिस की कार्रवाई पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. आरोप है कि अमरपाटन में पुलिस ने फर्जी मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को फंसाया है. ये आरोप तब और संगीन हो जाते हैं जब घटना से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक अमरपाटन में 14 अगस्त को पुलिस ने दो आरोपियों को अवैध शराब परिवहन के मामले में गिरफ्तार किया था. खास बात यह है कि वीडियो में जब युवकों को कार में बिठाया जा रहा है तब उनके पास कोई शराब नहीं दिख रही.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया हैं, लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. जिसके चलते पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. दरअसल, जिन आरोपियों को अमरपाटन पुलिस ने आरोपी बनाया है, उनका उसी दिन का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. ये वीडियो अमरपाटन के NH-7 टोल प्लाजा का बताया जा रहा है, जिसमें एक चार पहिया वाहन में कुछ लोग आ कर आकाश सिंह और विनोद पाल को अपने साथ ले गाड़ी में बैठा कर ले जाने की बात सामने आ रही है. जिस वक्त इन युवाओं को गाड़ी में बैठाया जा रहा है तब उनके पास कोई शराब नहीं दिखी. बल्कि ये युवा टोल पर खड़े थे. आरोप है कि पुलिस के कुछ लोग सिविल वर्दी में उन्हें उठाकर ले गए.
ऐसा आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने शराब के झूठे मामले में युवाओं को फंसाया है. अब आरोपियों के परिजन मामले की जांच की मांग कर रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दोनों युवकों पर झूठा मामला दर्ज किया है और उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है. जबकि पुलिस भी इस मामले में कुछ बोलने से बचती नजर आ रही रही है. ऐसे में यह घटना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रही है. जिसकी जांच होना बहुत जरुरी है.
नोट- ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.