सतना। जिले के उचेहरा ब्लॉक खाद्यान्न वितरण में घोटाले का मामला सामने आया है. जिसके चलते उचेहरा के पुष्पेंद्र सिंह गांधी जयंती के दिन से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. पुष्पेंद्र की मांग है कि खाद्यान्न वितरण में घोटाले की जांच कराई जाए. उन्होंने आरोप लगाया है कि सहकारी समितियां समय पर खाद्यान्न गरीबों को नहीं दे रही हैं.
जिले में सहकारी समितियों की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि गरीबों को दिया जाने वाला खाद्यान्न बाजारों में बेच दिया जाता है. पुष्पेंद्र का कहना है कि उचेहरा ब्लॉक के 70 पंचायतों में 22 दुकाने सहकारी समिति की हैं, जिसके तहत पूरे उचेहरा ब्लॉक में गरीबों को खाद्यान्न दिया जाता है. लेकिन इन समितियों की मनमानी के चलते गरीबों के खाद्यान्न को हड़प लिया जाता है.
पुष्पेंद्र ने बताया कि गरीबों को दो माह की जगह एक माह का खाद्यान्न देकर राशन कार्ड में दो माह का खाद्यान्न चढ़ा देते हैं. इस मनमानी की वजह से गरीब परेशान हैं. सरकार गरीबों तक खाद्यान्न पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है, लेकिन इन खाद्यान्न को रसूखदार लोग हड़प रहे हैं.
पुष्पेंद्र सिंह ने चेतावनी दी है कि जब तक मामले की जांच एसडीएम स्तर पर नहीं हो जाती तब तक वे अनशन से नहीं हटेंगे. चाहे उनकी जान ही क्यों ना चली जाए. इस बारे में उचेहरा एसडीएम संस्कृति शर्मा ने बताया कि पुष्पेंद्र सिंह की खाद्यान्न वितरण की समस्या है. जिसको लेकर उनसे बात की जा रही है अब हम लोकल स्तर पर खाद्यान्न वितरण का कार्य करेंगे.