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29 हजार से ज्यादा किसान परेशान, नहीं हुआ अभी तक धान का भुगतान

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Published : Jan 29, 2020, 12:34 PM IST

Updated : Jan 29, 2020, 1:43 PM IST

सतना में धान का भुगतान नहीं होने के चलते लगभग 29 हजार से ज्यादा किसान परेशान हैं. दरअसल खरीदी केंद्रों में धान का परिवहन नहीं होने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.

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किसान हो रहे परेशान

सतना। जिले के किसानों के लिए सरकार की समर्थन मूल्य पर शुरू की गई योजना हवा हवाई साबित हुई है. किसान फसल के मूल्य को लेकर अभी भी खरीदी केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं. जिले में इन दिनों लगभग 29 हजार से ज्यादा किसान परेशान हैं, जिनके धान का भुगतान अभी तक नहीं हो पा रहा है. लगभग 292 करोड़ किसानों की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि खरीदी केंद्रों में धान का परिवहन नहीं हो पाने से यह स्थिति निर्मित हुई है.

किसान हो रहे परेशान

दरअसल सतना जिले में इस साल 39 हजार 688 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान की फसल बेची है. जिले में 72 खरीदी केंद्रों में कुल 29 लाख 57 हजार 957 क्विंटल धान की खरीदी हुई है, जिसका कुल मूल्य 445 करोड़ 40 लाख रुपए है. अब तक सतना जिले में लगभग 10 हजार किसानों का भुगतान हो पाया है, जबकि सरकार की मंशा थी कि खरीदी के एक हफ्ते में ही किसानों का भुगतान हो जाना चाहिए.

इधर जिला प्रशासन की लापरवाही से खरीदी समाप्त होने के बावजूद लगभग 10 लाख क्विंटल धान का परिवहन नहीं हो पाया है. इनमें लगभग 29 हजार किसान ऐसे हैं, जिनके भुगतान नहीं हो पा रहे हैं. इन किसानों के 292 करोड़ का भुगतान अभी भी अटका हुआ है. किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. वहीं नागरिक आपूर्ति प्रबंधक की मानें तो किसानों का भुगतान लगातार चल रहा है और धान का परिवहन भी किया जा रहा है.

सतना। जिले के किसानों के लिए सरकार की समर्थन मूल्य पर शुरू की गई योजना हवा हवाई साबित हुई है. किसान फसल के मूल्य को लेकर अभी भी खरीदी केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं. जिले में इन दिनों लगभग 29 हजार से ज्यादा किसान परेशान हैं, जिनके धान का भुगतान अभी तक नहीं हो पा रहा है. लगभग 292 करोड़ किसानों की राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि खरीदी केंद्रों में धान का परिवहन नहीं हो पाने से यह स्थिति निर्मित हुई है.

किसान हो रहे परेशान

दरअसल सतना जिले में इस साल 39 हजार 688 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान की फसल बेची है. जिले में 72 खरीदी केंद्रों में कुल 29 लाख 57 हजार 957 क्विंटल धान की खरीदी हुई है, जिसका कुल मूल्य 445 करोड़ 40 लाख रुपए है. अब तक सतना जिले में लगभग 10 हजार किसानों का भुगतान हो पाया है, जबकि सरकार की मंशा थी कि खरीदी के एक हफ्ते में ही किसानों का भुगतान हो जाना चाहिए.

इधर जिला प्रशासन की लापरवाही से खरीदी समाप्त होने के बावजूद लगभग 10 लाख क्विंटल धान का परिवहन नहीं हो पाया है. इनमें लगभग 29 हजार किसान ऐसे हैं, जिनके भुगतान नहीं हो पा रहे हैं. इन किसानों के 292 करोड़ का भुगतान अभी भी अटका हुआ है. किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. वहीं नागरिक आपूर्ति प्रबंधक की मानें तो किसानों का भुगतान लगातार चल रहा है और धान का परिवहन भी किया जा रहा है.

Intro:एंकर --
प्रदेश सरकार धरती पुत्र अन्नदाता के नाम पर लाख दावे करते हैं हर चुनाव को आसानी से निकाल लेते है लेकिन जब बात वादे पूरे करने की आती है. तब सारे वादे जमीनी स्तर पर फेल होते जा रहे हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं सतना जिले के किसानों की जो खेती को लाभ का धंधा बना कर फसल वाजिब मूल्य दिलाने के लिए सरकार की समर्थन मूल्य पर शुरू की गई योजना हवा हवाई साबित हो रही हैं. काफी जद्दोजहद के बाद फसल तो किसानों से खरीद ली गई लेकिन किसान फसल के मूल्य को लेकर अभी भी खरीदी केंद्रों के चक्कर काट रहा है. सतना जिले में इन दिनों लगभग 29 हजार से ज्यादा किसान परेशान है.जिनके धान का भुगतान अभी तक नहीं हो पा रहा है.लगभग 292 करोड़ किसानों की राशि भुगतान अभी तक नहीं किया गया दरअसल खरीदी केंद्रों में धान का परिवहन नहीं हो पाने से यह स्थिति निर्मित हुई ।

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मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में धान खरीदी केंद्र बनाकर किसानों के धान को समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए खरीदी शुरू की गई लेकिन अब धान खरीदी पूरी हो चुकी हैं.जिसके के लिए किसान अभी भी खरीदी केंद्रों के चक्कर काट रहा है. दरअसल ईश्वर सतना जिले में इस वर्ष 39 हजार 6 सौ 88 किसानों ने समर्थ अनमोल पर धान की फसल बेची. जिले में 72 खरीदी केंद्रों में कुल 29 लाख 57 हजार 9 सौ 57 क्विंटल धान की खरीदी हुई. जिसका कुल मूल्य 445 करोड़ 40 लाख है. अब तक सतना जिले में लगभग 10 हजार किसानों का भुगतान हो पाया है. जबकि सरकार की मंशा थी कि खरीदी के 1 हफ्ते में ही किसानों का भुगतान हो जाना चाहिए. लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाही से खरीदी समाप्त होने के बावजूद भी लगभग 10 लाख क्विंटल धान का परिवहन नहीं हो पाया. जिसमें लगभग 29 हजार किसान ऐसे हैं जिनके भुगतान नहीं हो पा रहे हैं. इन किसानों के 292 करोड़ का भुगतान अभी अटका हुआ हैं. किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है. हालांकि नागरिक आपूर्ति निगम का अलग ही दावा है की नागरिक आपूर्ति प्रबंधक की मानें तो परिवहन ना हो पाने की वजह से खरीदी पत्रक जमा नहीं हुए जिसकी वजह से समस्या हुई है. जल्द परिवहन करा कर सभी किसानों का भुगतान करा दिया जाएगा ।

Conclusion:Byte --
किसान
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विख्यात हिडोलिया -- जिला प्रबंधक नान सतना ।
Last Updated : Jan 29, 2020, 1:43 PM IST
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