सतना। स्वच्छता मिशन के तहत नगर निगम ने शहर में पांच ई-टॉयलेट बनाए हैं. जिनकी लागत करीब 20 लाख है. लेकिन लोग अभी तक इन टॉयलेट का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. ये टॉयलेट लॉक पड़े हुए हैं. हैरानी की बात तो ये है कि, इन्हें बने हुए 1 साल हो गए हैं. कुछ लोगों को तो पता भी नहीं है कि, ये टॉयलेट हैं.
नगर निगम आयुक्त अमनवीर सिंह बैस ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि, जो टॉयलेट बनाए गए हैं, उनका निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है. उनमें कुछ काम बचा हुआ है. जिसमें बिजली का कनेक्शन दिया जाना अभी बाकी है. जल्द ही इसे भी पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद सुलभ शौचालय के मॉडल पर लोग पे करके इसका उपयोग कर सकेंगे.
बता दें नगर निगम प्रशासन ने ऑनलाइन टेंडर जारी कर जयपुर की एक निजी कंपनी को ये काम सौंपा था. कंपनी 1 साल पहले ही अपना काम पूरा करके चली गई. बावजूद इसके अभी ये टॉयलेट लोगों के लिए खुले नहीं है.
अब प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि, अगर कंपनी ने निर्माण कार्य पूरा नहीं किया है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई और कंपनी की तरफ से काम पूरा है तो किस वजह से इन टॉयलेट में 1 साल से ताला लटका हुआ है.