सतना। हाल ही में दलित युवक की दबंगों द्वारा बर्बर पिटाई (Inhuman Torture) और थूक चटवाने के बाद एक और पिटाई (Brutally Beaten) का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. सतना जिले के कोटर थाना क्षेत्र के कोटर कस्बे के दीपक सिंह को अगवा कर लिया, उसके बाद करीब छह से अधिक युवकों ने दीपक की बेरहमी से पिटाई कर दी. साथ ही अमानवीय यातनाएं भी दी. उसको चप्पल-जूते, लात-घूसे, लाठी-डंडे से जमकर पीटा, इतना ही उसे नदी में डुबाकर जान से मारने (Attempt to Murder) का भी प्रयास किया गया. आरोपियों ने खौफ पैदा करने के लिए पिटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
पुलिस वायरल वीडियो (Viral Video) के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, वीडियो में दीपक के साथ जिस तरीके से अमानवीय व्यवहार (Inhuman Torture) आरोपी कर रहे हैं, वो तालिबानी जुल्म से कम नहीं है. तालिबानी अंदाज में दीपक के साथ सभी ने बारी-बारी (Brutally Beaten) से जुल्म ढाया. स्थानीय लोगों का मानना है पुलिस की नाकामी की वजह से ऐसे अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. इन अपराधियों के शिकंजे में आये दिन कोई न कोई गरीब फंसता ही रहता है. पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है.
ऐसा ही एक और मामला स्वतंत्रता दिवस के दिन 15 अगस्त को सामने आया था, जहां शशांक सिंह और उसके साथियों ने एक दलित युवक को अगवा कर उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया था. पीड़ित को थूक चटवाने के साथ ही उसे पैर छूने को मजबूर किया था. पहले इस घटना में पुलिस की नाकामी सामने आई थी, लेकिन जब वीडियो वायरल हुआ, तब पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की. उन सभी आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National Security Act) के तहत कार्रवाई की थी. पर सवाल ये है कि आखिर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों की जाती है.