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डकैतों के गिरोह पर नेटवर्क का फंदा डालने को तैयार प्रशासन, ईटीवी भारत ने उठाया था मुद्दा - madhya pradesh news

ईटीवी भारत ने सतना जिले के चित्रकूट मार्ग के बगदरा घाटी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के मार्ग में दूरसंचार नहीं होनी की खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसका असर देखने को मिला है. सतना एसपी रियाज इकबाल ने सूचना तंत्र की व्यवस्था के लिए सतना कलेक्टर को पत्र लिखने की बात कही है.

ईटीवी भारत के खबर का असर
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Published : Aug 25, 2019, 12:01 AM IST

सतना। जिले के चित्रकूट मार्ग के बगदरा घाटी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के मार्ग में दूरसंचार का कोई भी नेटवर्क काम नहीं करता. जिस वजह से इस इलाके में डकैत बेखौफ होकर घटना को अंजाम देते है. सूचना तंत्र कि व्यवस्था को लेकर बीते 21 अगस्त को ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसका असर देखने को मिला है. सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने सूचना तंत्र की व्यवस्था के लिए सतना कलेक्टर को पत्र लिखकर इलाके में सूचना तंत्र की व्यवस्था कराने की बात कहीं है.

ईटीवी भारत के खबर का असर

बता दें कि जिले के चित्रकूट मार्ग पर बगदरा घाटी से चित्रकूट तक जाने के लिए 22 किलोमीटर की दूरी तय करने होती है. इस दौरान यहां दूरसंचार का कोई भी नेटवर्क काम नहीं करता. जबकि इस क्षेत्र में बबली कोल गैंग सबसे ज्यादा एक्टिव रहता है. सूचना तंत्र नहीं होने की वजह से अपराधी हर बार वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते हैं.

पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने बताया कि सतना से चित्रकूट के मार्ग में मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी जटिल समस्या है. उनका कहना है कि इसके लिए पहले भी हमने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा था. अब फिर से सतना जिला कलेक्टर और बीएसएनएल कंपनी को भी पत्र लिखा जाएगा.

सतना। जिले के चित्रकूट मार्ग के बगदरा घाटी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के मार्ग में दूरसंचार का कोई भी नेटवर्क काम नहीं करता. जिस वजह से इस इलाके में डकैत बेखौफ होकर घटना को अंजाम देते है. सूचना तंत्र कि व्यवस्था को लेकर बीते 21 अगस्त को ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था. जिसका असर देखने को मिला है. सतना पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने सूचना तंत्र की व्यवस्था के लिए सतना कलेक्टर को पत्र लिखकर इलाके में सूचना तंत्र की व्यवस्था कराने की बात कहीं है.

ईटीवी भारत के खबर का असर

बता दें कि जिले के चित्रकूट मार्ग पर बगदरा घाटी से चित्रकूट तक जाने के लिए 22 किलोमीटर की दूरी तय करने होती है. इस दौरान यहां दूरसंचार का कोई भी नेटवर्क काम नहीं करता. जबकि इस क्षेत्र में बबली कोल गैंग सबसे ज्यादा एक्टिव रहता है. सूचना तंत्र नहीं होने की वजह से अपराधी हर बार वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते हैं.

पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने बताया कि सतना से चित्रकूट के मार्ग में मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी जटिल समस्या है. उनका कहना है कि इसके लिए पहले भी हमने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा था. अब फिर से सतना जिला कलेक्टर और बीएसएनएल कंपनी को भी पत्र लिखा जाएगा.

Intro:सतना में ईटीवी भारत की खबर का असर
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सतना जिले के चित्रकूट मार्ग के बदरा घाटी से होकर जाने वाले 22 किलोमीटर के मार्ग में मोबाइल नेटवर्क नहीं है । सूचना तंत्र की वजह से इस खेत में सबसे ज्यादा लूट डकैती अपहरण जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं । पूरे विंध्य क्षेत्र में डकैतों का खौफ भले ही कम हो गया हो लेकिन क्षेत्र में आज भी डकैत बेखौफ होकर घटना दुर्घटनाओं को अंजाम देते हैं । इस खबर को ईटीवी भारत बीते 21 अगस्त को प्रमुखता से दिखाया था ।जिसमें सतना पुलिस अधीक्षक इस खबर के बाद सूचना तंत्र की व्यवस्था के लिए सतना कलेक्टर को पत्र लिखा और सूचना तंत्र की व्यवस्था कराने की बात कही।


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सतना जिले के चित्रकूट मार्ग पर बगदरा घाटी से जाने के लिए 22 किलोमीटर की दूरी तय करने तक यहां कोई भी नेटवर्क काम नहीं करता है । इन दिनों विंध्य क्षेत्र के चित्रकूट में 2 राज्यों के 6 लाख का इनामी डकैत बबली कोल मूवमेंट भी इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा रहता है. इसकी वजह यह है कि इस क्षेत्र में सूचना तंत्र की सबसे बड़ी जटिल समस्या है । यही कारण है कि यहां लूट अपहरण हत्या जैसी घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं। सूचना तंत्र नहीं होने की वजह से अपराधी हर बार वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाते हैं । सतना जिले के चित्रकूट में अमावस्या के दिन लाखों श्रद्धालु बगदरा घाटी होकर भगवान कामतानाथ दर्शन के लिए जाते हैं लेकिन चित्रकूट से बदरा घाटी के 22 किलोमीटर के सफर में इनकी सुरक्षा की कोई भी गारंटी नहीं है । इसका फायदा उठाकर यहां लूट अपहरण जैसी वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी बड़े आसानी से फरार हो जाते हैं । सवाल यह है कि क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से स्थानीय शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि से लेकर राज्य सरकार तक अवगत है लेकिन अभी इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है । जब इस खबर को ईटीवी भारत से प्रमुखता से दिखाया गया ।

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इस खबर को लेकर सतना पुलिस अधीक्षक में बताया कि सतना से चित्रकूट के मार्ग में मोबाइल नेटवर्क की सबसे बड़ी जटिल समस्या है इसके लिए हम पहले भी विधानसभा और लोकसभा के चुनाव के दौरान इसकी कमी को हमें एहसास हुआ है. इसके लिए पहले भी हमने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा था. अब फिर से सतना जिला कलेक्टर और बीएसएनएल कंपनी को भी पत्र लिखा जाएगा. चित्रकूट मैं डकैतों का मूवमेंट लगातार बना रहता है यह पूरा क्षेत्र दस्यु प्रभावित माना जाता है. जिसकी वजह से कई बार घटनाएं होने के आधे से 1 घंटे बाद पुलिस को जानकारी लगती है और आरोपी को मौके से फरार होने का मौका आसानी से मिल जाता है. इस पूरे क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क होना बहुत जरूरी है जिसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को पत्राचार किया जाएगा ।


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रियाज इकबाल -- पुलिस अधीक्षक सतना !
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