सतना। जिले से एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां धान उपार्जन को लेकर किसान पेड़ पर चढ़कर गले में फांसी का फंदा डालकर आत्महत्या की धमकी दे रहे थे. जिले के अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र के ताला ग्राम का यह मामला है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसानों को सकुशल नीचे उतार लिया गया.
धान का उपार्जन न होने से अन्नदाता परेशानः मध्य प्रदेश सतना जिले में अन्नदाता इस समय परेशान चल रहे हैं. जिले के अमरपाटन तहसील के ताला थाना क्षेत्र ताला ग्राम के धोबहट में आज उस वक्त हड़कंप मच गया, जब 3 किसान धान उपार्जन न होने पर पेड़ पर चढ़ गए और गले में रस्सी का फंदा डालकर आत्महत्या की धमकी देने लगे. जिसे देख पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. किसान वैद्यनाथ सिंह और अन्य किसानों की माने तो उनकी धान को उपार्जित किया जाए. इसको लेकर वह शासन-प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काट कर थक हार चुके हैं.
जबलपुर की हरी मटर के किसान परेशान, नहीं मिल रहे मुनासिब दाम, जाने क्या है वजह
पेड़ पर चढ़कर गले में डाला फंदाः जब उनकी समस्या कही नहीं सुनी गई, तब मजबूर होकर किसानों ने आत्मघाती कदम उठाया और पेड़ में चढ़कर गले में रस्सी का फंदा डाल आत्महत्या की धमकी देने लगे. मामले की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन को दी. जानकारी मिलते ही अमरपाटन एसडीएम, तहसीलदार, ताला थाना टीआई सहित अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच गए, और समझाइश देकर किसानों सकुशल पेड़ से नीचे उतार लिया.
समझाकर किसानों को पेड़ से उतारा गयाः इस मामले में अमरपाटन एसडीएम कमलेश पांडेय ने बताया कि विगत दिनों ताला ग्राम के धोबहट में अनाधिकृत रूप से संचालित होने वाले धान उपार्जन केंद्र से धान को जब्त कर दिया गया था. सीज की हुई धान के उपार्जन न होने से आज किसान वैद्यनाथ सिंह पेड़ पर चढ़ गए थे और आत्महत्या की धमकी दे रहे थे. जिन्हें यह समझाइश देकर नीचे उतार लिया गया कि जल्द ही उनके धान का उपार्जन करा लिया जाएगा. दिनांक 16 जनवरी को धान उपार्जन बंद हो चुका है. अब जैसे ही दोबारा यह प्रक्रिया शुरू होगी तो उनके धान का उपार्जन करा लिया जाएगा.