सतना। देवरी सहकारी समिति में किसान ऋण घोटाले के पीड़ित किसान श्रीधर पांडेय ने मैहर रेल्वे स्टेशन में ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली है. किसान की आत्महत्या को लेकर प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं.
मृतक देवरी सोसायटी में चपरासी के पद पर कार्यरत होने के साथ किसान भी था, जिसके नाम से जालसाजी कर 76 हजार और उसके बेटे मनीदयाल के नाम पर 15हजार 870 दूसरे बेटे प्रभाकर के नाम पर 37 हजार 604 रुपए तत्कालीन देवरी समिति प्रबंधक रामलोटन तिवारी ने निकालकर हजम कर लिया था. गौर करने वाली बात ये ही कि कर्ज वसूली के लिए सहकारी बैंक ने नोटिस किया है, जबकि समिति प्रबंधक रामलोटन तिवारी और आठ अन्य लोगों पर एक हजार 229 किसानों के नाम जालसाजी कर 54 करोड़ निकालकर हजम करने के मामले में एफआईआर दर्ज है.
समिति प्रबंधक सहित सभी आरोपी फरार हैं, देवरी समिति घोटाले के पीड़ित किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा है. किसानों का आरोप है कि सहकारी बैंक द्वारा नोटिस जारी कर ऋण वसूली के दबाव को किसान श्रीधर पांडेय बर्दास्त नहीं कर पाया और ट्रेन से कूदकर आत्महत्या कर ली.
आपको बता दें कि दो दिन पहले ही किसान के शव को पुलिस ने दफना दिया था, लेकिन परिजनों की शिनाख्तगी के बाद कब्र से शव निकालने की कवायद की जा रही है. एक तरफ परिजन श्रीधर की कर्ज के बोझ से आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं, वहीं वर्तमान देवरी समिति प्रबंधक स्थानीय कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह पर प्रताड़ना का आरोप लगा रहे हैं. पुलिस पूरे मामले को संजीदगी से लेते हुए पैनी नजर रखने की बात कह रही है.