सतना। जिले के नागौद में एक युवक की मौत पर परिजनों ने स्वास्थ्य केंद्र में हंगामा किया. परिजनों का आरोप हैं कि डॉक्टर ने जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया. मरचुरी से शव निकालकर परिजनों ने हंगामा किया. वहीं स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर का कहना है कि युवक को जब अस्पताल लाया गया था, उस वक्त उसकी मौत हो चुकी थी, लेकिन मृतक के परिजन जीवित होने की बात गलत कह रहे हैं.
दरअसल नागौद के चंदकुइया ग्राम निवासी 35 वर्षीय महेंद्र कुशवाहा को करंट के उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद मृतक के परिजनों ने शव को रखकर हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि जीवित व्यक्ति को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. हंगामा करीब 4 घंटे तक चला. हंगामे को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाश देकर मामले को शांत कराया.