सतना। जिले में भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में दीपावली के पावन पर्व पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे. यहां पूरे देश से आए लोग दीपदान करते हैं. यह दीपदान चित्रकूट के रामघाट पर किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि यहां दीपदान करने से व्यक्ति के जीवन की सभी दुख बाधाएं दूर होती हैं और हर व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. पूरे देश में सतना जिले के चित्रकूट में दीपदान सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है.
चित्रकूट में भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के 14 वर्ष में से 11 वर्ष से अधिक यहां पर बिताए थे. चित्रकूट 84 कोसीय तपोवन क्षेत्र से घिरा हुआ है. यहां पर कई ऐसे स्थान है जहां पर भगवान श्री राम की अनुभूति होती है. चित्रकूट में दीपावली का पावन पर्व सबसे शुभ माना जाता है. यहां पर दीपावली के दिन पूरे देश भर से 35 से 40 लाख की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. और यहां पर दीपावली का पांच दिवसीय मेला लगता है. चित्रकूट का मेला धनतेरस से शुरू होकर 5 दिन तक चलता हैं. इस मेले का महत्व दीपदान माना जाता है.
चित्रकूट में सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से दो एडिशनल एसपी 10 थाना प्रभारी सहित लगभग 12 सौ पुलिस बल तैनात किया गया है और जगह-जगह बैरिकेट्स लगाए गए हैं. पार्किंग सुविधा भी की गई है ताकि यहां आने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार कि कोई भी असुविधा ना हो सके