सतना। शहर के पार्षदों और महापौर ने नगर निगम पर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. बीते साल शहर के प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण का निर्माण कार्य नगर निगम ने कराया था, जिसमें लागत से ज्यादा पैसों का उपयोग किया गया. इस बात के चलते पार्षद और महापौर सभी ने इसकी जांच के लिए मांग की है.
सतना नगर निगम क्षेत्र के प्रमुख चौराहे पानी लाल चौक, लालता चौक, सिविल लाइन चौराहा और धवारी चौराहा का बीते साल सौंदर्यीकरण और चौराहों पर मूर्तियां लगाने का कार्य किया गया है. शहर के पानी लाल चौक और लालता चौक में बीच चौराहे पर में स्टेच्यू लगाए गए हैं तो वहीं धवारी चौराहे में फब्बारे, और सिविल लाइन चौराहे में सेल्फी प्वाइंट का निर्माण कार्य कराया गया है.
इन चौराहों में लगी कीमत 20 लाख 40 लाख और 80 लाख अलग-अलग कीमतों से इसका निर्माण कार्य कराया गया है. लेकिन चौराहे की वास्तविकता देखकर निर्माण कार्य में लगाए गए पैसे का उपयोग नहीं दिख रहा है. आरोप है कि सभी चौराहों का निर्माण कार्य में राशि का गोलमाल किया गया है.
पार्षदों का कहना है कि इस मामले की जांच को लेकर एमआईसी में कई बार प्रस्ताव भी रखा गया है. कमिश्नर, महापौर और विभागीय अधिकारियों सभी से शिकायत की है लेकिन आज तक इसकी जांच नहीं हो सकी, क्योंकि ये घोटाला सबने मिलजुलकर किया है.
सतना महापौर ममता पांडे का कहना है कि शहर के जो चौराहे बनाए गए हैं. अलग-अलग कीमत से लाखों रुपए लगाकर बनाए गए हैं, जिसकी हम लोकायुक्त से जांच कराएंगे और जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी. इस बारे में निगम कमिश्नर अमन वीर सिंह ने कहा कि हमें इसकी जानकारी मिली है और इस मामले की पूरी जांच कराने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.