सतना। चित्रकूट मासूमों के दोहरा हत्याकांड के मामले में नया मोड़ आ गया है,जिला अधिकारी ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश को बदलते हुए पुलिस की लापरवाही करने वाले सभी बिंदुओं को हटा दिया गया है, इतना ही नहीं 14 मार्च को नये सिरे से जांच के आदेश जारी कर दिये गये. वहीं कलेक्टर के इस संशोधन आदेश को लेकर सरकार घिरती नजर आ रही है.
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने 25 फरवरी को जारी मजिस्ट्रियल जांच के 9 बिंदु तय किए थे, अपर कलेक्टर एवं अपर जिला मजिस्ट्रेट को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच 30 दिन में पूरी करने को कहा था. उसमें से चार बिंदु हटाते हुए 14 मार्च को नए सिरे से जांच के आदेश जारी किए गए हैं. इतना ही नहीं मामले में आरोपी चार पुलिस कर्मियों की बहाली भी कर दी गई है, नयागांव टीआई के.पी. त्रिपाठी, यातायात थाना प्रभारी सुधांशू तिवारी सहित दोनो आरक्षक बहाल हो गय गए है.
घटना के बाद मासूम के पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया था और हत्या के बाद सीबीआई जांच की मांग की थी, पीड़ित पिता मजिस्ट्रियल जांच से हटाये गये बिंदुओं को लेकर कलेक्टर से मिले, लेकिन कलेक्टर ने कानूनी बिंदु होने की बात कहकर पिता ब्रजेश रावत को रवाना कर दिया.
इधर, कलेक्टर के इस संशोधन आदेश को लेकर सरकार घिरती नजर आ रही है, वहीं, एक तरफ चित्रकूट विधायक ने गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक बात करने की बात कही है, तो दूसरी तरफ मजिस्ट्रेटियल जांच के बिंदुओं से चार बिंदु हटाने को लेकर कलेक्टर ने मीडिया को जवाब देने से साफ मना कर दिया.