सतना। जिले में दो दिन पहले कर्ज से परेशान एक किसान ने मैहर रेलवे ट्रेक पर कूदकर आत्महत्या कर ली थी. घटना दो दिन पहले की होने से किसान की पहचान नहीं होने पर पुलिस प्रशासन ने शव को दफनाया दिया था. जिसके बाद आज किसान के परिजनों द्वारा उसकी पहचान होने पर शव को कब्र से बाहर निकाला गया.
शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए बहुचर्चित देवरी सहकारी समिति में किसान ऋण घोटाले के पीड़ित किसान श्रीधर पांडेय ने मैहर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. श्रीधर देवरी सोसायटी में चपरासी के पद पर पदस्थ होने के साथ किसान भी था. जिसके नाम से जालसाजी कर 76 हजार रुपये, बेटे मनीदयाल के नाम 15 हजार 8 सौ 70 रुपये, बेटे प्रभाकर के नाम 37 हजार 6 सौ 4 रुपये तत्कालीन देवरी समिति प्रबंधक रामलोटन तिवारी ने निकालकर हजम कर लिया था.
अब कर्ज वसूली के लिए सहकारी बैंक ने नोटिस दिया है. जबकि समिति प्रबंधक रामलोटन तिवारी और 8 अन्य पर 1228 किसानों के नाम जालसाजी कर 54 करोड़ निकालकर हजम करने का दोषी मानते हुए थाने में एफआईआर दर्ज है. समिति प्रबंधक सहित सभी आरोपी फरार है. आज सुबह देवरी समिति घोटाले के पीड़ित किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. ऐसे केंद्रीय सहकारी बैंक द्वारा नोटिस जारी कर ऋण वसूली के दबाव किसान श्रीधर पांडेय बर्दाश्त नहीं कर पाया और ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या करने की बात कही जा रही है.
घटना दो दिन पहले की होने से पुलिस ने शव को दफना दिया था. परिजनों के पहचान करने के बाद कब्र से शव निकालने की कवायत की जा रही है. एक तरफ परिजन श्रीधर की कर्ज के बोझ से आत्महत्या करने की बात कह रहे हैं. वहीं वर्तमान देवरी समिति प्रबंधक स्थानीय कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह पर प्रताड़ना का आरोप लगा रहे हैं. पुलिस पूरे मामले में किसान आत्महत्या को संजीदगी से लेते हुए जांच की बात कह रही है.