सागर। जिले में सागर-बीना रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसका ठेका तोमर बिल्डर्स को मिला है. इस काम में झारखंड, बिहार और छतरपुर के मजदूर लगे हैं, जिनमें से करीब 40 मजदूर लॉकडाउन में फंसे हैं. ये मजदूर घर वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन कंपनी इनकी कोई मदद नहीं कर रही है. इसके अलावा मजदूरों से लॉकडाउन के बावजूद जबरन काम कराया जा रहा है.
धसान नदी के पुल पर काम कर रहे मजदूरों ने कंपनी के मैनेजर पीएम ललित पर आरोप लगाया है कि वह मजदूरों से जबरन काम करा रहे हैं. जब मजदूरों ने काम करने से मना किया और कहा कि कोई घटना घटित होती है तो कौन जिम्मेदार होगा तो मैनेजर ने अपने हाथ खड़े कर लिए. भवनाथ त्रिपाठी और मजदूरों ने बताया कि हम घर जाना चाहते हैं, लेकिन कंपनी न तो पैसे दे रही है और न कोई मदद कर रही है. हमारे पास खाने का समान कुछ दिनों के लिए ही बचा है और पैसे भी खत्म हो गए हैं.
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वहीं पुल का निर्माण कर रहे दूसरे कैंप के मजदूर अजय कुमार प्रजापति ने बताया कि हम लोगों से कंपनी में सामान जमा करने के लिए तो कहा गया है और कंपनी ने सामान लेने गाड़ी भी भेजी है, लेकिन हम लोगों को छतरपुर जाना है. जहां के लिए कंपनी ने गाड़ी मुहैया कराने से इनकार कर दिया है. यहां खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा है. अब हम लोग सामान जमा करने के बाद पैदल ही छतरपुर निकलेंगे.
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नरयावली DSP अर्चना रावत से बात की तो उन्होंने बताया कि मौके पर मजदूरों से जानकारी ली गई है और कंपनी के मैनेजर पीएम ललित से इन लोगों को खाने-पीने और घर जाने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है.