सागर। गर्मियों का मौसम आते ही पानी के लिए बुंदेलखंड के कई इलाकों में स्थितियां अभी से गंभीर होने लगी हैं. एक तरफ जहां कोरोना महामारी ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है. वहीं गर्मियों की वजह से पानी की किल्लत ने आम जन की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. सागर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की लगातार कमी हो रही है. आलम ये है कि ग्रामीणों को पानी दो-दो किलोमीटर दूर से लाना पड़ रहा है.
सागर के देवरी तहसील से लगी हुई हुई ग्राम पंचायत सिलारी में पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. लोगों को दो-दो किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है, वो भी हाईवे क्रॉस करके, जिससे हर वक्त खतरा भी बना रहता है. गांवों में जो हैंडपंप और ट्यूबवेल लगे थे. उनका पानी अब सूखने लगा है. हैंडपंप पिछले कई दिनों से अब बंद होने लगे हैं. सिलारी गांव में लोहगड़िया प्रजाति के लोगों ने जलसंकट के लिए स्थानीय अधिकारियों को भी बताया है. लेकिन पानी की उचित व्यवस्था नहीं की जा रही है.
पूरे बुंदेलखंड में है पानी की परेशानी
गर्मी शुरू होते ही पूरे बुंदेलखंड में पानी की किल्लत शुरु हो जाती है. जो इस बार भी अप्रैल महीने महीने से ही दिखने लगी थी. अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सबसे ज्यादा कमी देखी जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि जैसे-जैसे गर्मी समय बढ़ती जाएगा, पानी की समस्या भी बढ़ेगी. बुंदेलखंड अंचल के सभी जिलों में पानी की यही स्थिति बनती है. लोगों को दूर-दूर से पानी लेकर आना पड़ता है. बड़ा सवाल ये है कि लॉकडाउन के चलते टैंकर और अन्य सुविधाएं भी फिलहाल बंद हैं. ऐसे में इस बार पानी की परेशानी बढ़ने वाली है.