सागर। एक तरफ सागर जिला प्रशासन ने सख्त कोरोना कर्फ्यू लगा कर लोगों को एक तरह से घरों में कैद कर दिया है. दूसरी तरफ जिला प्रशासन लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर भी फिक्र मंद नजर नहीं आ रहा है. यहां तक कि गर्मी के मौसम में लोग कोरोना कर्फ्यू में पानी के लिए परेशान हो रहे हैं. ऐसा ही नजारा जिले के बंडा विकासखंड के डिला खेड़ी गांव में देखने मिला, जब भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से परेशान महिलाएं सड़कों पर उतर आई और उन्होंने सागर कानपुर नेशनल हाईवे क्रमांक 86 को जाम कर दिया. नेशनल हाईवे जाम होने पर स्थिति बिगड़ते ही आनन-फानन में पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी डिला खेड़ी गांव पहुंचे और तुरंत पानी की व्यवस्था करा कर चक्का जाम खत्म करवाया.
ग्रामीणों ने जाम किया सागर-कानपुर हाईवे
लंबे समय से पानी की किल्लत से परेशान बंडा विकासखंड के ग्राम डिलाखेड़ी की महिलाओं ने कोरोना कर्फ्यू तोड़कर सागर-कानपुर हाइवे को पानी के खाली बर्तन रखकर जाम कर दिया. चक्काजाम की सूचना के बाद 2 घंटे तक मौके पर कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुचा, जिससे रोड पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. महिलाओं ने बताया कि लंबे समय से पानी के लिए परेशान हो रहे है. लेकिन इसके लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है. महिलाओं ने ये भी आरोप लगाया कि गुपचुप तरीके से टैंकर से पानी अपने लोगो को दे दिया जाता है. करीब एक घंटे बाद पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी. लेकिन ग्रामीण फिर भी अड़े रहे और जब प्रशासन ने तत्काल टैंकर से पानी की व्यवस्था की, तब जाकर लोगों ने चक्काजाम खत्म किया.
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समस्या को खत्म करने का दिया आश्वासन
बंडा जनपद पंचायत के सीईओ में ग्रामीण महिलाओं को भरोसा दिलाया कि 10 दिन के भीतर पानी की सुचारू व्यवस्था करा दी जाएगी. जनपद पंचायत सीईओ सुरेन्द्र खरे ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया ग्रामीणों के लिए अभी तत्काल रुप से पानी के टैंकर के माध्यम से पेयजल की सप्लाई की जा रही है. पानी की मोटर सुधरवा कर पेयजल व्यवस्था सुचारु रुप से चालू कर दी जाएगी. ग्रामीणों की शिकायत पर संबंधित सरपंच सचिव पर कार्रवाई की जाएगी.