सागर। जिला पुलिस में फिंगर प्रिंट निरीक्षक के रूप में पदस्थ शिवलाल चौधरी को मध्यप्रदेश डीजीपी सुधीर सक्सेना ने सम्मानित किया है. शिवलाल चौधरी ने सागर जिले को विशेष उपलब्धि दिलाई है. उन्होंने सागर जिले के अपराधियों के रिकार्ड स्लिप तैयार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. मध्यप्रदेश में इस मामले में सागर जिले को पहला स्थान हासिल हुआ है. शिवलाल चौधरी को पीएचक्यू में उनकी उपलब्धि के लिए डीजीपी ने सम्मानित किया है.
वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के प्रयास: मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा लगातार वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा कर आरोपियों तक पहुंचने एवं उनको सजा दिलवाने में नवीन प्रयोग किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में मई 2022 से दंड प्रक्रिया शिनाख्त अधिनियम 2022 लागू किया गया. इसके तहत सभी आरोपियों की रिकॉर्ड स्लिप तैयार की जाना थी. रिकार्ड स्लिप तैयार करने एसपी सागर तरुण नायक ने सागर जिले में पदस्थ उप अधीक्षक विजय भूमरकर फिंगर प्रिंट निरीक्षक शिवलाल को सभी आरोपियों की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करने के लिए निर्देशित किया. जिले में दंडित कुल आरोपी 2446 में से 2386 की रिकॉर्ड स्लिप तैयार करवाई गई. जो मध्यप्रदेश में किसी भी जिले की सर्वाधिक संख्या है. इस कार्य के लिए प्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने प्रदेश में सर्वाधिक रिकार्ड स्लिप तैयार करने के लिए शिवलाल चौधरी को भोपाल में सम्मानित किया गया.
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अपराधों की विवेचना में आसानी: दरअसल फिंगर प्रिंट के अलावा अन्य वैज्ञानिक साक्ष्य अपराधों की विवेचना में अहम भूमिका निभाते हैं. अपराध और अपराधियों से संबंधित जानकारी जुटाने में मददगार साबित होते हैं. इन दिनों पुलिस इन्वेस्टीगेशन को आसान बनाने और आदतन अपराधियों के वारदात के तरीक़े समझने में मददगार होते हैं.