ETV Bharat / state

सागर पहुंचीं 'बुलेट रानी', तिरंगा यात्रा का जोरदार स्वागत, देश प्रेम और एकता का संदेश दे रहीं राजलक्ष्मी मांडा

मदुरई से मनाली अटल टनल तक तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है. राजलक्ष्मी मांडा के नेतृत्व में निकाली जा रही इस यात्रा में लोगों को देश भक्ति के लिए प्रेरित किया जा रहा है. सागर में इसका भव्य स्वागत भी किया गया.

TIRANGA YATRA
तिरंगा यात्रा
author img

By

Published : Aug 12, 2021, 7:36 PM IST

सागर। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नारी शक्ति की प्रतीक राजलक्ष्मी मांडा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ बुलेट पर यात्रा कर रही हैं. वह मदुरई से मनाली अटल टनल तक करीब 4450 किलोमीटर के सफर पर हैं. इस बीच गुरुवार को राजलक्ष्मी मांडा सागर पहुंची, जहां डॉ.हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय पर राजलक्ष्मी मांडा का भव्य स्वागत किया गया. डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राष्ट्रीय एकता यात्रा का शुभारंभ हुआ.

सागर पहुंचीं 'बुलेट रानी'

राजलक्ष्मी के नेतृत्व में निकली राष्ट्रीय एकता यात्रा

डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा से शुरू होकर राष्ट्रीय एकता यात्रा पुलिस लाईन, व्ही.सी बंगला, लाल स्कूल गोपालगंज, झंडा चौक गोपालगंज होते हुए तीन बत्ती पहुंची. डॉ. हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद यात्रा विधायक शैलेन्द्र जैन के निवास पर समाप्त हुई. इस मौके पर लीगल राइट काउंसिल इंडिया की प्रदेश उपाध्यक्ष अनु शैलेन्द्र जैन और उनके विधायक पति शैलेन्द्र जैन ने स्वागत किया.

सागर में यात्रा का भव्य स्वागत

राजलक्ष्मी मांडा ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन में अनेक यात्राएं की हैं, पर इस यात्रा में एक अलग ही अनुभव प्राप्त हुआ. लोगों का देश के प्रति जो भाव हमें देखने मिला है, वह काबिल-ए-तारीफ है, और सागर में जिस जोश और जिंदादिली से इस यात्रा का स्वागत किया है, उससे लगता है कि स्वतंत्रता दिवस के पहले ही स्वतंत्रता दिवस मना लिया गया.

TIRANGA YATRA
तिरंगा यात्रा

महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करने चुनी बुलेट

राजलक्ष्मी मांडा ने कहा कि धूप-बारिश को चुनौती देकर हम इस यात्रा को पूरा कर रहे हैं. एक महिला बुलेट चला सकती है या नहीं, ऐसा संदेह आज भी हमारे देश में है, महिलाओं को जज्बा देने और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिए इस यात्रा में बुलेट को चुना है. नई पीढ़ी को देशभक्ति के प्रति जागरूक करने की भी आवश्यकता है. इस यात्रा के माध्यम से हम लोगों में जन जागृति लाना चाहते हैं और हमारी पुरात्व संस्कृति, एकता, अखण्डता को जीवित रखना चाहते हैं.

तिरंगा यात्रा पर निकलीं 'बुलेट रानी', नरसिंहपुर में जोरदार स्वागत, लोगों में जगा रहीं देश प्रेम

19 अगस्त को मनाली में समाप्त होगी यात्रा

तिरंगा यात्रा 8 अगस्त को शुरू हुई है और यह 19 अगस्त को अटल टनल मनाली पहुंचेगी. इस यात्रा में 25 सदस्यीय टीम है, जो 12 राज्यों से होते हुए मनाली तक पहुंचेगी. फिलहाल 2800 किमी की यात्रा तय कर सभी लोग सागर पहुंचे हैं. सभी लोग यात्रा के दौरान दिन में 3-4 जगह रुकते हैं. एक दिन में 300 किमी की यात्रा तय की जाती है.

सागर। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नारी शक्ति की प्रतीक राजलक्ष्मी मांडा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ बुलेट पर यात्रा कर रही हैं. वह मदुरई से मनाली अटल टनल तक करीब 4450 किलोमीटर के सफर पर हैं. इस बीच गुरुवार को राजलक्ष्मी मांडा सागर पहुंची, जहां डॉ.हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय पर राजलक्ष्मी मांडा का भव्य स्वागत किया गया. डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राष्ट्रीय एकता यात्रा का शुभारंभ हुआ.

सागर पहुंचीं 'बुलेट रानी'

राजलक्ष्मी के नेतृत्व में निकली राष्ट्रीय एकता यात्रा

डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा से शुरू होकर राष्ट्रीय एकता यात्रा पुलिस लाईन, व्ही.सी बंगला, लाल स्कूल गोपालगंज, झंडा चौक गोपालगंज होते हुए तीन बत्ती पहुंची. डॉ. हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद यात्रा विधायक शैलेन्द्र जैन के निवास पर समाप्त हुई. इस मौके पर लीगल राइट काउंसिल इंडिया की प्रदेश उपाध्यक्ष अनु शैलेन्द्र जैन और उनके विधायक पति शैलेन्द्र जैन ने स्वागत किया.

सागर में यात्रा का भव्य स्वागत

राजलक्ष्मी मांडा ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन में अनेक यात्राएं की हैं, पर इस यात्रा में एक अलग ही अनुभव प्राप्त हुआ. लोगों का देश के प्रति जो भाव हमें देखने मिला है, वह काबिल-ए-तारीफ है, और सागर में जिस जोश और जिंदादिली से इस यात्रा का स्वागत किया है, उससे लगता है कि स्वतंत्रता दिवस के पहले ही स्वतंत्रता दिवस मना लिया गया.

TIRANGA YATRA
तिरंगा यात्रा

महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करने चुनी बुलेट

राजलक्ष्मी मांडा ने कहा कि धूप-बारिश को चुनौती देकर हम इस यात्रा को पूरा कर रहे हैं. एक महिला बुलेट चला सकती है या नहीं, ऐसा संदेह आज भी हमारे देश में है, महिलाओं को जज्बा देने और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिए इस यात्रा में बुलेट को चुना है. नई पीढ़ी को देशभक्ति के प्रति जागरूक करने की भी आवश्यकता है. इस यात्रा के माध्यम से हम लोगों में जन जागृति लाना चाहते हैं और हमारी पुरात्व संस्कृति, एकता, अखण्डता को जीवित रखना चाहते हैं.

तिरंगा यात्रा पर निकलीं 'बुलेट रानी', नरसिंहपुर में जोरदार स्वागत, लोगों में जगा रहीं देश प्रेम

19 अगस्त को मनाली में समाप्त होगी यात्रा

तिरंगा यात्रा 8 अगस्त को शुरू हुई है और यह 19 अगस्त को अटल टनल मनाली पहुंचेगी. इस यात्रा में 25 सदस्यीय टीम है, जो 12 राज्यों से होते हुए मनाली तक पहुंचेगी. फिलहाल 2800 किमी की यात्रा तय कर सभी लोग सागर पहुंचे हैं. सभी लोग यात्रा के दौरान दिन में 3-4 जगह रुकते हैं. एक दिन में 300 किमी की यात्रा तय की जाती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.