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सागर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में गणेश मूर्ति की स्थापना पर बवाल, वार्डन ने कहा- पहले ही जारी कर चुके हैं नोटिफिकेशन

सागर के हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के हॉस्टल में गणेश प्रतिमा स्थापना को लेकर बवाल मच गया है. वार्डन ने हॉस्टल में प्रतिमा स्थापित करने से मना कर दिया है. जिसके बाद छात्रों ने हॉस्टल के बाहर प्रतिमा स्थापित की.

Sagar Hari Singh Gour University
हॉस्टल में गणेश मूर्ति की स्थापना पर बवाल,
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 19, 2023, 11:01 PM IST

हॉस्टल में गणेश मूर्ति की स्थापना पर बवाल

सागर। मध्यप्रदेश का इकलौता केंद्रीय विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है. पहले विश्वविद्यालय में नमाज पढ़े जाने को लेकर हुए विवाद के बाद अब विश्वविद्यालय कि छात्रावास में गणेश मूर्ति की स्थापना को लेकर विवाद हुआ है. दरअसल डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र यूनिवर्सिटी के टैगोर छात्रावास में गणेश मूर्ति की स्थापना करना चाहते थे, लेकिन विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन ने इसकी अनुमति नहीं दी. इसको लेकर छात्र नाराज हो गए और कई हिंदूवादी संगठनों ने भी आपत्ति जताई. विश्वविद्यालय द्वारा अनुमति नहीं मिलने पर हॉस्टल के बाहर गणेश मूर्ति की स्थापना की गई है.

क्या है मामला: दरअसल सागर के डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के टैगोर छात्रावास में गणेश उत्सव के अवसर पर छात्रावास के छात्र हॉस्टल के अंदर गणेश प्रतिमा की स्थापना की तैयारी कर रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन डॉक्टर राजेश सिंह गौतम द्वारा छात्रों को गणेश प्रतिमा की स्थापना की अनुमति नहीं दी गई. ऐसी स्थिति में छात्र रात भर विश्वविद्यालय के बाहर गणेश प्रतिमा की रखवाली करते रहे और आज स्थापना के दिन विश्वविद्यालय परिसर में बने मंदिर के यहां गणेश जी की स्थापना की गई है. इस विवाद को लेकर कुछ हिंदूवादी संगठनों द्वारा भी आपत्ति जताई गई है.

विश्वविद्यालय पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के नेता: हॉस्टल के भीतर गणेश प्रतिमा स्थापित नहीं किए जाने की खबर लगते ही सागर नगर के विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष कपिल स्वामी अपने साथियों के साथ छात्रावास पहुंच गए. इस मसले में उन्होंने हॉस्टल के के वार्डन से भी बात की और उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी का कहना है कि "विश्वविद्यालय में कई सालों से छात्रावास में गणेश प्रतिमा की स्थापना होती रही है, लेकिन कुछ वामपंथी विचारधारा के शिक्षक जब से विश्वविद्यालय में आए हैं. वह सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं. उनकी मनमानी के चलते गणेश प्रतिमा की स्थापना हॉस्टल के बाहर करनी पड़ी है."

क्या कहना है चीफ वार्डन का: इस मसले पर जब विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन डॉक्टर राजेश गौतम से बात की गई तो "उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के नोटिफिकेशन के कारण हम सीधे मीडिया से बातचीत नहीं कर सकते हैं. इस मामले की जानकारी मीडिया अधिकारी को दी गई है. मीडिया अधिकारी से ही बात करें.

यहां पढ़ें...

क्या कहना है विश्वविद्यालय प्रबंधन का: इस मामले में विश्वविद्यालय के मीडिया अधिकारी डॉ विवेक जायसवाल का कहना है कि "विश्वविद्यालय कुलसचिव द्वारा पूर्व में विस्तृत अधिसूचना जारी की जा चुकी है. जिसके अनुसार विद्यार्थी यदि अपने धर्म से संबंधित कोई अनुष्ठान करना चाहते हैं, तो अपने गृह, वास स्थान या धर्म स्थलों पर ही करें, जिससे सौहार्दपूर्ण एवं अकादमिक वातावरण बना रहे. विद्यार्थियों द्वारा उक्त अधिसूचना का पालन किया जाना अपेक्षित है.

हॉस्टल में गणेश मूर्ति की स्थापना पर बवाल

सागर। मध्यप्रदेश का इकलौता केंद्रीय विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है. पहले विश्वविद्यालय में नमाज पढ़े जाने को लेकर हुए विवाद के बाद अब विश्वविद्यालय कि छात्रावास में गणेश मूर्ति की स्थापना को लेकर विवाद हुआ है. दरअसल डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र यूनिवर्सिटी के टैगोर छात्रावास में गणेश मूर्ति की स्थापना करना चाहते थे, लेकिन विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन ने इसकी अनुमति नहीं दी. इसको लेकर छात्र नाराज हो गए और कई हिंदूवादी संगठनों ने भी आपत्ति जताई. विश्वविद्यालय द्वारा अनुमति नहीं मिलने पर हॉस्टल के बाहर गणेश मूर्ति की स्थापना की गई है.

क्या है मामला: दरअसल सागर के डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय के टैगोर छात्रावास में गणेश उत्सव के अवसर पर छात्रावास के छात्र हॉस्टल के अंदर गणेश प्रतिमा की स्थापना की तैयारी कर रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन डॉक्टर राजेश सिंह गौतम द्वारा छात्रों को गणेश प्रतिमा की स्थापना की अनुमति नहीं दी गई. ऐसी स्थिति में छात्र रात भर विश्वविद्यालय के बाहर गणेश प्रतिमा की रखवाली करते रहे और आज स्थापना के दिन विश्वविद्यालय परिसर में बने मंदिर के यहां गणेश जी की स्थापना की गई है. इस विवाद को लेकर कुछ हिंदूवादी संगठनों द्वारा भी आपत्ति जताई गई है.

विश्वविद्यालय पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के नेता: हॉस्टल के भीतर गणेश प्रतिमा स्थापित नहीं किए जाने की खबर लगते ही सागर नगर के विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष कपिल स्वामी अपने साथियों के साथ छात्रावास पहुंच गए. इस मसले में उन्होंने हॉस्टल के के वार्डन से भी बात की और उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विश्व हिंदू परिषद के नगर अध्यक्ष कपिल स्वामी का कहना है कि "विश्वविद्यालय में कई सालों से छात्रावास में गणेश प्रतिमा की स्थापना होती रही है, लेकिन कुछ वामपंथी विचारधारा के शिक्षक जब से विश्वविद्यालय में आए हैं. वह सनातन धर्म का विरोध कर रहे हैं. उनकी मनमानी के चलते गणेश प्रतिमा की स्थापना हॉस्टल के बाहर करनी पड़ी है."

क्या कहना है चीफ वार्डन का: इस मसले पर जब विश्वविद्यालय के चीफ वार्डन डॉक्टर राजेश गौतम से बात की गई तो "उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के नोटिफिकेशन के कारण हम सीधे मीडिया से बातचीत नहीं कर सकते हैं. इस मामले की जानकारी मीडिया अधिकारी को दी गई है. मीडिया अधिकारी से ही बात करें.

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क्या कहना है विश्वविद्यालय प्रबंधन का: इस मामले में विश्वविद्यालय के मीडिया अधिकारी डॉ विवेक जायसवाल का कहना है कि "विश्वविद्यालय कुलसचिव द्वारा पूर्व में विस्तृत अधिसूचना जारी की जा चुकी है. जिसके अनुसार विद्यार्थी यदि अपने धर्म से संबंधित कोई अनुष्ठान करना चाहते हैं, तो अपने गृह, वास स्थान या धर्म स्थलों पर ही करें, जिससे सौहार्दपूर्ण एवं अकादमिक वातावरण बना रहे. विद्यार्थियों द्वारा उक्त अधिसूचना का पालन किया जाना अपेक्षित है.

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