सागर। शहर के महिला एवं बाल जिला चिकित्सालय में पिछले हफ्ते एक 6 महीने के बच्चे के चोरी होने का मामला सामने आया था. घटना की खबर मिलते ही पुलिस की तत्परता के चलते 6 घंटे में ही गायब बच्चा बरामद कर लिया गया था, लेकिन इस घटना ने जिला महिला एवं बाल चिकित्सालय की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. अस्पताल में ना तो गार्ड की व्यवस्था है और ना ही अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. ताज्जुब की बात ये है कि घटना के बाद भी जिम्मेदार लोगों ने सबक नहीं लिया है और अभी भी अस्पताल में सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी जैसी जरूरी व्यवस्थाएं नहीं की गई हैं. हालांकि विधायक की पहल पर जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं जल्द ही ठीक करने की बात कही जा रही है.
मासूम बहन को बहला-फुसलाकर 6 माह के बच्चे को ले गई थी महिला
दरअसल 3 फरवरी को सागर के जिला महिला एवं बाल चिकित्सालय परिसर में एक 9 साल की बच्ची अपने 6 माह के भाई के साथ खेल रही थी, तभी एक महिला आई और उसने बच्ची को बहला-फुसलाकर 50 रुपए देकर कुछ खरीद कर लाने को कहा. बच्ची जब वापस लौटी, तो महिला बच्चे को लेकर गायब हो गई थी. बच्चे के इस तरह गायब होने पर सागर शहर की पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी की और 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को सागर के नजदीक के एक गांव में बरामद कर लिया, हालांकि आरोपी महिला अपने बच्चे के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया था और जांच में पता चला है कि निसंतान होने के कारण उसने ऐसी हरकत की थी.
अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
बच्चे के गायब होने के बाद जब बच्चे की तलाश में पुलिस ने सबूत जुटाने की कोशिश की, तो अस्पताल में ना तो सीसीटीवी कैमरा लगे हुए थे और ना ही अस्पताल में सुरक्षाकर्मी की व्यवस्था थी. घटना के बाद स्थानीय विधायक ने भी जब अस्पताल का दौरा किया, तो सुरक्षा में काफी खामियां नजर आई.
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत अस्पताल में लगेंगे CCTV
अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जब स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था काफी चिंताजनक है, ना अस्पताल में गार्ड की व्यवस्था है और ना ही अस्पताल में सीसीटीवी लगे हुए हैं, मैंने खुद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था और जिला कलेक्टर से बात की थी. उन्होंने अस्पताल में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सीसीटीवी लगाए जाने और गार्ड की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है.