सागर। एमपी में कमलनाथ सरकार गिरने और शिवराज सरकार के अस्तित्व में आने के बाद भाजपा पर काग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस का आरोप है कि, बुंदेलखंड इलाके में बदले की कार्रवाई की जा रही है. सागर, दमोह, छतरपुर और टीकमगढ़ में हर जगह कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अपराधिक प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं. सीएम शिवराज सिंह के सबसे करीबी नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र में कई कांग्रेसियों को जेल में डाल दिया गया. कई कांग्रेसियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर दिए गए. इसके पहले दिग्विजय सिंह ने सागर पहुंचकर खुरई विधानसभा जाकर प्रताड़ित कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी. अब दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह सागर के दौरे पर रहेंगे. वह खुरई में प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मिलेंगे इसके बाद फिर जनसभा को संबोधित करेंगे.
कार्यकर्ताओं को किया जा रहा प्रताड़ित: कमलनाथ सरकार गिरने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मकान, दुकान और घर गिराए जा रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरकार के दम पर प्रशासन के जरिए प्रताड़ित किया जा रहा है. सागर जिले की खुरई विधानसभा में तो हाल यह है कि, 2018 में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ चुनाव लड़े अरुणोदय चौबे अपराधिक प्रकरणों से परेशान होकर कांग्रेस से इस्तीफा देकर घर बैठ गए हैं. खुरई में कई कांग्रेसी कार्यकर्ता जेल में हैं, तो कई कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के डर से फरार हो गए हैं. कांग्रेसियों को जमानत ना मिल पाए, इसके लिए पुलिस का मनमाना उपयोग किया जा रहा है. इन हालातों में कांग्रेसी या तो घर बैठ गए हैं या राजनीति से तौबा कर लिए हैं.
दिसंबर में दिग्गी ने किया था दौरा: कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को प्रताड़ित करने की शिकायतों के चलते 17 दिसंबर 2022 में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सागर के दौरे पर आए थे. इस दौरे में उन्होंने सबसे पहले मंत्री भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई पहुंचकर प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात की थी और उसके बाद सागर में प्रेस वार्ता कर भाजपा सरकार और मंत्री भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे.
दिग्विजय ने दी थी चुनौती: दिग्विजय सिंह ने अपने अलग अंदाज में भाजपा सरकार और नेताओं को चुनौती दी थी और कहा था कि मध्यप्रदेश में सभी दलों की सरकारें रही हैं लेकिन भाजपा की सरकार में जिस तरह से बदले की भावना से कार्यवाही की जा रही है. दिग्विजय सिंह के साथ एक वकीलों की टीम भी आई थी. टीम ने सभी मामलों का परीक्षण किया था और प्रताड़ित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कानूनी सलाह और मदद दी जा रही है. दिग्विजय सिंह ने खुरई में कहा था कि अगर कांग्रेस को कोई उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए नहीं मिला, तो वह खुद से खुरई से चुनाव लड़ेंगे.
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क्या कहना है कांग्रेस का: कांग्रेस के सागर संभाग के प्रवक्ता अभिषेक गौर का कहना है कि जिस तरह से मध्यप्रदेश और खासकर सागर जिले की खुरई विधानसभा में डर और भय का माहौल बनाया जा रहा है. कांग्रेसियों पर झूठे प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं. लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. हमारे कुछ कार्यकर्ता जैसे अंशुल परिहार जिन से मिलने दिग्विजय सिंह गए थे, उनको इतने केसों में फंसाया गया है कि वह जेल से बाहर नहीं आ पा रहे थे. अभी बमुश्किल जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए, तो उनके ऊपर दो-तीन केस और लाद दिए गए. इस भय और डर के माहौल को खत्म करने के लिए पहले दिग्विजय सिंह को इस रण में कूंदना पड़ा और अब जयवर्धन सिंह हुंकार भरेंगे.