सागर। 2014 में चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने तरह-तरह के वादे और घोषणाएं करने का काम किया था और चुनाव जीतने के बाद ऐसे वादे और घोषणाओं को भाजपा ने जुमला करार दिया. आज 9 साल बाद जब 4 राज्यों में सत्ता का सेमीफाइनल और 2024 में लोकसभा चुनाव होना है. तब ऐसी बातें मध्यप्रदेश और देश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. खासकर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू कर दी है. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा का कहना है कि 2014 चुनाव के पहले उमा भारती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह ने 3 साल के भीतर बुंदेलखंड राज्य के गठन का निर्माण का वादा किया था, लेकिन 2014 के बाद में 2019 भी सरकार बनी और आज 9 साल बीत जाने के बाद भी भाजपा ने अपना वादा पूरा नहीं किया है. ऐसे में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने बुंदेलखंड की जनता से वादाखलाफी करने के आरोप के साथ भाजपा को सबक सिखाने का फैसला किया है और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में आज सागर पहुंचे बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के संरक्षक बाल ब्रह्मचारी ब्रह्म रूपी महाराज ने बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर भाजपा की वादाखिलाफी पर अपने विचार रखे और बुंदेलखंड के लोगों से धोखा करने वालों को सबक सिखाने की बात कही है.
भाजपा ने झूठे वादे कर वोटों की फसल काटी: आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने बुंदेलखंड की जनता के बीच जाकर बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर भाजपा की वादाखिलाफी के खिलाफ जन जागरण का काम शुरू कर दिया है. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा भगवान राम की कसम देकर जनता से वादाखिलाफी करने वालों को सबक सिखाने की बात कर रहा है. इसी कड़ी में बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा एवं बुंदेलखंड राज्य समर्थकों के संरक्षक बाल ब्रह्मचारी ब्रह्मरूपी महाराज सागर पहुंचे और मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि 2014 में 3 साल के भीतर रामराजा सरकार और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को साक्षी मानकर बुंदेलखंड राज्य गठन का वादा करने वाली उमा भारती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह ने किया था. उन्होंने कहा कि आज 3 साल की जगह 9 साल का वक्त गुजर गया है, पर केंद्र सरकार ने अभी तक कार्रवाई शुरू नहीं की है. इसी प्रकार अमित शाह ने कहा था कि बुंदेलखंड में अवैध खनन बंद हो जाए तो हर बुंदेली की एक मारुति मिल जाए. इन सभी नेताओं ने हम बुंदेलखंडियों को झूठे वादों के माया जाल में फंसा कर वोट की फसल काटने का काम किया है,जो संविधान धर्म एवं नैतिकता के विपरीत है.
अटल बिहारी वाजपेयी के दिखाए रास्ते पर करेंगे काम: बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के संयोजक भानु सहाय का कहना है कि बुंदेलखंड की भोली-भाली जनता से झूठा वादा करने वाले लोगों को सबक सिखाने के लिए अब हम भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के कहे उस वक्तव्य के तहत काम करेंगे, जब बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने उनसे मुलाकात कर करी थी. तब अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि आप लोग जनप्रतिनिधियों को हराने की ताकत एकत्र कर लेंगे, तो फिर सभी जनप्रतिनिधि राज्य निर्माण के लिए चिल्लाना शुरू कर देंगे. इसलिए पहले हमने बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा की ओर से मध्य प्रदेश और उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड के जनप्रतिनिधियों को 8 बार पत्र लिखकर आग्रह किया कि आप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह को लिखकर बुंदेलखंड राज्य बनाए जाने की मांग कीजिए, लेकिन इन जनप्रतिनिधियों ने राज्य निर्माण की मांग को ठुकराते हुए पत्र नहीं लिखकर जनता को बता दिया है कि वह राज्य निर्माण की बात सिर्फ वोट पाने के लिए करते हैं.
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बहरूपियों को सबक सिखाने का वक्त आ गया: बुंदेलखंडी निर्माण मोर्चा का कहना है कि 3 साल में बुंदेलखंड राज्य निर्माण का वादा तोड़ कर अधर्म किया है और ऐसे अधर्मियों को जनता सबक सिखाएगी. हमारा विरोध किसी भी पार्टी से नहीं, बल्कि उन लोगों से है. जिन्होंने बुंदेलखंड की भोली-भाली जनता की भावनाओं और बुंदेलखंड की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया है. किस को जिताना है, यह जनता पर निर्भर है पर वादाखिलाफी कर बुंदेलियों को बरगलाकर वोट लेने वालों ने अधर्म किया है. इन अधर्मियों को रामराजा सरकार ने स्वयं सबक सिखाया था और अब रामराजा सरकार के अनुयाई सबक सिखाएंगे. जल्द ही राज्य निर्माण समर्थक सभी राजनैतिक एवं गैर राजनीतिक संस्थाओं के साथ बैठक कर रणनीति बनाई जाएगी कि वादाखिलाफी करने वाले लोगों को आने वाले विधानसभा चुनाव में सबक सिखाया जाए.