सागर। एक तरफ भाजपा संत रविदास मंदिर के बहाने अनुसूचित जाति का वोट हासिल करने के लिए तरह-तरह के आडंबर कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के दिग्गज नेता संत रविदास का अपमान करने से नहीं चूक रहे हैं. ताजा बयान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि "सागर के बढ़तूमा में 100 करोड़ की लागत से बन रहा रविदास जी का मंदिर बीजेपी के आशीर्वाद से बन रहा है." उनके इस बयान के बाद कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं और ऐसे महान संत रविदास का अपमान बताया है. गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय बुधवार को सागर से बीना में भाजपा कार्यकर्ताओं के संभागीय सम्मेलन में शामिल होने आए थे. जहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह विवादित बयान दिया है.
क्या बोले कैलाश विजयवर्गीय: दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बीना में सागर संभाग के संभागीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि "रविदास जी का एक विशाल मंदिर यहां भारतीय जनता पार्टी के आशीर्वाद से बन रहा है और भाजपा के सहयोग से 100 करोड़ की लागत से बनने वाला है. उन्होंने कहा कि हम लोग बहुत भाग्यशाली हैं कि नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह की सरकार यहां पर है. हम पिछली चार पीढ़ी से मंदिर टूटते हुए देखते आए हैं और हमने इतिहास में पढ़ा है कि सोमनाथ का मंदिर तोड़ा गया, कृष्ण मंदिर तोड़ा गया. हम सौभाग्यशाली हैं कि चार पीढ़ी पहले हमने मंदिर टूटते हुए देखे हैं और अब हम मंदिर बनते हुए देख रहे हैं."
कांग्रेस ने जताई आपत्ति,माफी मांगने की की मांग: कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान के सामने आने के बाद कांग्रेस भड़क गई है और उसने भाजपा पर बड़ा हमला किया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी ने कहा है कि "संत शिरोमणि गुरु रविदास को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि संत रविदास का मंदिर भारतीय जनता पार्टी के आशीर्वाद से बनाया जाएगा. यह बेहद निंदनीय और बेहद दुखद है. संत रविदास के साथ-साथ समूचे संतों का अपमान है. जिसके दोषी कैलाश विजयवर्गीय हैं. मैं देश के प्रधानमंत्री, जो मंदिर के भूमि पूजन के लिए सागर आ रहे हैं. उनसे कहना चाहता हूं कि क्या वह कैलाश विजयवर्गीय द्वारा किए गए संतो के अपमान से सहमत हैं, अगर सहमत नहीं हैं, तो कैलाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई करें. अन्यथा कांग्रेस पार्टी बयान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी.