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सागर की चुनावी लड़ाई में ससुर ने बहू को दी शिकस्त, कांग्रेस नहीं तोड़ पाई बीजेपी का तिलिस्म - सागर में ससुर और बहू के बीच मुकाबला

Father In Law Beats Daughter In Law In Sagar: एमपी के बुंदेलखंड की चर्चित सीट सागर में एक बार फिर बीजेपी ने अपनी जीत का परचम लहराया. खास बात यह है कि इस सीट पर ससुर और बहू प्रतिद्वंदी थे. जहां चुनावी लड़ाई में ससुर ने बहू को मात दे दी.

Father In Law Beats Daughter In Law In Sagar
निधी जैन और शैलेंद्र जैन
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 3, 2023, 10:00 PM IST

सागर। पिछले 6 विधानसभा चुनाव से लगातार सागर की सीट हार रही कांग्रेस ने भाजपा का तिलिस्म तोड़ने के लिए चाल तो बड़ी चली थी, लेकिन कमलनाथ का ये दाव फेल हो गया. दरअसल सागर विधानसभा सीट से भाजपा के तीन बार से विधायक शैलेंद्र जैन को हराने के लिए कमलनाथ ने उनके छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को चुनाव मैदान में उतारा था. मुकाबला भी कशमकश भरा था और चुनाव परिणाम के पहले तक कोई ये नहीं कह पा रह रहा था कि जीतेगा कौन, लेकिन आज आए चुनाव परिणाम में जेठ और बहू के मुकाबले में जेठ ने 15 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीत कर अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा और लगातार चौथी बार चुनाव जीत लिया.

जेठ के मुकाबले बहू ने लड़ा चुनाव: सागर विधानसभा से भाजपा के शैलेंद्र जैन पिछली तीन बार से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं और उनकी सरल, सहज छवि के साथ-साथ लगातार जनता से संपर्क के कारण काफी लोकप्रिय भी हैं. ऐसे में सागर सीट जीतने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ा दांव खेला था और भाजपा के प्रत्याशी शैलेंद्र जैन के सामने उनकी बहू निधि सुनील जैन को मैदान में उतार दिया था. निधि शैलेंद्र जैन के छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी है और 2022 के लोकसभा चुनाव में सागर नगर निगम के महापौर पद की प्रत्याशी भी रही थीं.

Father In Law Beats Daughter In Law In Sagar
बीजेपी प्रत्याशी शैलेंद्र जैन ने लिया प्रमाण पत्र

चुनाव के दौरान निजी जैन ने अपने जेठ शैलेंद्र जैन के लिए कड़ी टक्कर दी और मुकाबला काफी कशमकश भरा हो गया. चुनाव परिणाम के पहले लगाई जा रहे कयासों में ये तक चर्चा थी कि शैलेंद्र जैन चुनाव हार सकते हैं. जब चुनाव परिणाम आना शुरू हुए और डाकपत पत्रों की गणना में शैलेंद्र जैन पिछड़ गए तो कयासों को बल भी मिलने लगा, लेकिन जैसे ही ईव्हीएम की गिनती शुरू हुई, तो लगातार शैलेंद्र जैन बढ़त बनाते गए. हालांकि कई राउंड में उन्हें अपनी बहू से कड़ी टक्कर मिली और बढ़त का अंतर भी कम नजर आया, लेकिन आखिरकार शैलेंद्र जैन ने 15025 वोटों से प्रतिष्ठित मुकाबला जीत लिया.

यहां पढ़ें...

सागर की जनता ने दिया संदेश: अपनी जीत पर मीडिया से चर्चा करते हुए शैलेंद्र जैन ने कहा कि 'मैं जनता को कोई संदेश नहीं देना चाहता, लेकिन सागर के मतदाताओं ने संदेश दे दिया है कि सागर भाजपा का गढ़ बन चुका है और सागर के मतदाताओं को भाजपा की रीति नीति और कार्यक्रम पर भरोसा है. उन्होंने लगातार चौथी बार मुझे सागर से विजयी बनाया है. इसके साथ-साथ में सागर के उन देवतुल्य कार्यकर्ताओं को भी इस जीत का श्रेय देता हूं. जिन्होंने दिन रात मेहनत करके जनता को भरोसा दिलाया और जनता ने अपने मत के जरिए बड़ी जीत दिलाई.

सागर। पिछले 6 विधानसभा चुनाव से लगातार सागर की सीट हार रही कांग्रेस ने भाजपा का तिलिस्म तोड़ने के लिए चाल तो बड़ी चली थी, लेकिन कमलनाथ का ये दाव फेल हो गया. दरअसल सागर विधानसभा सीट से भाजपा के तीन बार से विधायक शैलेंद्र जैन को हराने के लिए कमलनाथ ने उनके छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को चुनाव मैदान में उतारा था. मुकाबला भी कशमकश भरा था और चुनाव परिणाम के पहले तक कोई ये नहीं कह पा रह रहा था कि जीतेगा कौन, लेकिन आज आए चुनाव परिणाम में जेठ और बहू के मुकाबले में जेठ ने 15 हजार से ज्यादा मतों से चुनाव जीत कर अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा और लगातार चौथी बार चुनाव जीत लिया.

जेठ के मुकाबले बहू ने लड़ा चुनाव: सागर विधानसभा से भाजपा के शैलेंद्र जैन पिछली तीन बार से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं और उनकी सरल, सहज छवि के साथ-साथ लगातार जनता से संपर्क के कारण काफी लोकप्रिय भी हैं. ऐसे में सागर सीट जीतने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ा दांव खेला था और भाजपा के प्रत्याशी शैलेंद्र जैन के सामने उनकी बहू निधि सुनील जैन को मैदान में उतार दिया था. निधि शैलेंद्र जैन के छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी है और 2022 के लोकसभा चुनाव में सागर नगर निगम के महापौर पद की प्रत्याशी भी रही थीं.

Father In Law Beats Daughter In Law In Sagar
बीजेपी प्रत्याशी शैलेंद्र जैन ने लिया प्रमाण पत्र

चुनाव के दौरान निजी जैन ने अपने जेठ शैलेंद्र जैन के लिए कड़ी टक्कर दी और मुकाबला काफी कशमकश भरा हो गया. चुनाव परिणाम के पहले लगाई जा रहे कयासों में ये तक चर्चा थी कि शैलेंद्र जैन चुनाव हार सकते हैं. जब चुनाव परिणाम आना शुरू हुए और डाकपत पत्रों की गणना में शैलेंद्र जैन पिछड़ गए तो कयासों को बल भी मिलने लगा, लेकिन जैसे ही ईव्हीएम की गिनती शुरू हुई, तो लगातार शैलेंद्र जैन बढ़त बनाते गए. हालांकि कई राउंड में उन्हें अपनी बहू से कड़ी टक्कर मिली और बढ़त का अंतर भी कम नजर आया, लेकिन आखिरकार शैलेंद्र जैन ने 15025 वोटों से प्रतिष्ठित मुकाबला जीत लिया.

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सागर की जनता ने दिया संदेश: अपनी जीत पर मीडिया से चर्चा करते हुए शैलेंद्र जैन ने कहा कि 'मैं जनता को कोई संदेश नहीं देना चाहता, लेकिन सागर के मतदाताओं ने संदेश दे दिया है कि सागर भाजपा का गढ़ बन चुका है और सागर के मतदाताओं को भाजपा की रीति नीति और कार्यक्रम पर भरोसा है. उन्होंने लगातार चौथी बार मुझे सागर से विजयी बनाया है. इसके साथ-साथ में सागर के उन देवतुल्य कार्यकर्ताओं को भी इस जीत का श्रेय देता हूं. जिन्होंने दिन रात मेहनत करके जनता को भरोसा दिलाया और जनता ने अपने मत के जरिए बड़ी जीत दिलाई.

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