सागर। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण सागर जिले में कई इलाकों में गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है. इसके अलावा चना, मसूर की फसल को भी नुकसान पहुंचा है. खासकर देवरी विधानसभा के केसली इलाके में ओलावृष्टि के कारण 25 से 30 गांव में फसल बर्बाद हो गई है.
पूर्व मंत्री हर्ष यादव ने किया दौरा
ओलावृष्टि के कारण फसलों के भारी नुकसान की खबर सुनते ही पूर्व मंत्री और स्थानीय विधायक हर्ष यादव ने नुकसान का जायजा लिया है. हर्ष यादव का कहना है कि तड़के सुबह और फिर करीब 10 बजे ओलावृष्टि के कारण देवरी विधानसभा क्षेत्र के 25 से 30 गांवों में फसलों को नुकसान हुआ है. उन्होंने इस सिलसिले में जिला कलेक्टर दीपक सिंह से बातचीत की है.
पूर्व मंत्री और स्थानीय विधायक हर्ष यादव ने ग्रामीण इलाकों का दौरा किया. कलेक्टर दीपक सिंह ने भी फसलों से हुए नुकसान का जायजा लिया है और जल्द ही सर्वे शुरू करा कर नुकसान की भरपाई की बात कही है.
कलेक्टर ने लिया जायजा दिए सर्वे के निर्देश
देवरी इलाके में भारी बारिश से हुए नुकसान को लेकर जिला कलेक्टर दीपक सिंह ने देवरी पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने जानकारी दी है कि आज की ओलावृष्टि और बारिश से गेहूं की फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा है. उन्होंने राजस्व विभाग को सर्वे कर नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि आरबीसी की धारा 6-4 के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा.
चना, मसूर के बाद गेहूं के नुकसान की आशंका
इस भी मौसम बरसात के कारण गेहूं की फसल को नुकसान की आशंका जताई जा रही है. किसानों का कहना है कि इस समय पर गेहूं की फसल में बालियां पकना शुरू होती हैं और बारिश के कारण वह टूट जाती हैं. इसके पहले पाले के कारण चना और मसूर की फसलों को नुकसान हो गया था. अब गेहूं की फसल को हुए नुकसान को लेकर किसान परेशान हैं.
सरकार से मुआवजे की मांग
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण हुए नुकसान को लेकर किसान परेशान हैं और अब उनकी सारी उम्मीदें सरकार पर टिक गई हैं. किसानों का कहना है कि सरकार को नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए.
सुबह सवेरे आसमान से बरसी आफत
सागर जिले की देवरी विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार सुबह करीब 5 से 10 बजे के बीच आसमान से ओलों के रूप में आफत बरसी. जहां क्षेत्र के कई गांव में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है. देवरी, केसली तहसील के केसली, सहजपुर और महाराजपुर सर्कल में भारी ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं.