सागर। शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट अब पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक की हैसियत से चुनाव लड़ेंगे. दोनों ही मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. 06 महीने का कार्यकाल पूरा होने पर नियम के मुताबिक गोविंद सिंह राजपूत ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा है.
दरअसल सिंधिया समर्थक 22 विधायकों द्वारा अपने पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद बीजेपी ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में अपनी सरकार बनाई थी. सीएम शिवराज ने तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल और मीना सिंह को मंत्री बनाया था. लेकिन विधायकी न होने की वजह से और बिना विधायक मंत्री बने रहने की छह महीने का समय सीमा खत्म होने के बाद तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने इस्तीफा दे दिया है.
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इस्तीफा देने के बाद पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. जिसके तहत कांग्रेस से त्यागपत्र देने के बाद बीजेपी की सदस्यता लेने पर 06 महीने में दोबारा चयनित होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से चुनाव देर से हो रहे हैं, और इसलिए नियमानुसार मंत्री पद से उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया है. वहीं पूर्व मंत्री ने अपनी जीत को सुनिश्चित बताते हुए कहा कि वह अब बीजेपी से चुनाव जीतकर जल्द ही दोबारा मंत्री बनकर जनता के बीच आएंगे.
गौरतलब है कि नियमों के मुताबिक सदन का सदस्य न होने पर मंत्री बनने के बाद 6 महीने में किसी भी सदन का सदस्य बनना जरूरी होता है. फिलहाल गोविंद सिंह राजपूत सुरखी विधानसभा क्षेत्र से और तुलसी सिलावट सांवेर विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में मैदान पर हैं.