सागर। डिजिटल करेंसी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करना जितना सरल और सुविधाजनक है, उतना ही ठगों के लिए ठगी करना भी आसान हो गया है. ऐसा ही एक मामला सागर में सामने आया है. जहां रेलवे से रिटायर्ड एक कर्मचारी से उसकी जीवनभर की जमा पूंजी में से 7 लाख रूपए की ठगी की गई और यह ठगी किसी और ने नहीं बल्कि उसके सगे रिश्तेदार ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर की.
मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर करीब 3.5 लाख रूपए और दो आईफोन जब्त कर लिए हैं. पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के मुताबिक रेलवे जबलपुर के रिटायर्ड इलेक्ट्रीशियन मोहनलाल ने सिविल लाइन थाना सागर में बैंक अकाउंट से करीब 7 लाख रूपए धोखाधड़ी कर निकाल लेने की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामले में छानबीन की तो साइबर सेल की मदद से सारे मामले का खुलासा हो गया.
जांच में पता चला कि मोहन लाल की भतीजी और उसके दोस्त निखिल रैकवार ने साथ मिलकर घर में पड़े एक पुराने चेक से मोहनलाल के बैंक खाते की जानकारी ली और फिर उसके बंद पड़े सिम को पोर्ट कराकर अपने गूगल खाते से अपने दोस्तों के खाते में 7 लाख रूपए ट्रांसफर कर दिए. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मुख्य आरोपी सहित सभी 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
मामले में स्टेट बैंक की भी लापरवाही सामने आई है. जिसमें आरोपी को पीड़ित के खाते में लिंक मोबाइल नंबर की जानकारी उपलब्ध करवा दी. फिलहाल पुलिस ने ठगी के पैसों से खरीदे गए दो आईफोन और करीब 3.5 लाख बरामद कर लिए हैं, सभी आरोपी जबलपुर के हैं.