सागर। खुद को किसान हितैषी और किसान पुत्र बताने वाली शिवराज सरकार में पिछेल 10 दिनों के अंदर 4 किसानों ने आत्महत्या कर लिया है. मंत्री गोपाल भार्गव के विधानसभा क्षेत्र में चार किसानों ने मौत को गले लगा लिया, और सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है. जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनावी सभा में लगातार खुद को गरीबों और किसानों का पुत्र बताते नजर आ रहे हैं.
प्रदेश में लगातार किसान द्वारा आत्महत्या की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. रहली के पटना में बुजुर्ग के दिकुआ गांव में किसान सुदामा कुर्मी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि किसान कर्ज से परेशान था. किसान को कर्जदार लगातार परेशान कर रहे थे. किसान अपनी बेटियों की शादी करने के लिए परेशान था. लेकिन फसल खराब होने से किसान चिंतित रहता था.
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मृतक किसान के छोटे भाई ने कहा कि बेटियों की शादी के कारण कर्ज से और कर्जदारों से परेशान था. जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली. इस पूरे मामले में रहली के एसडीएम का कहना है कि किसान के आत्महत्या की जानकारी मिली है. मामले में किसान के घर जाने और जानकारी एकत्रित करने के लिए निर्देशित किया गया है. इसकी पूरी विस्तृत रिपोर्ट बना कर पेश की जाएगी.
गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में कर्ज और फसल नष्ट होने से परेशान किसान के खुदकुशी की ये चौथी घटना है. जिसमें से तीन रहली और एक देवरी विधानसभा क्षेत्र के किसानों ने आत्महत्या की है.