सागर। कड़े कानूनी प्रावधान और जागरूकता अभियान के बावजूद भी बुंदेलखंड में बाल विवाह और नाबालिगों की शादी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. हालात ये हैं कि पिछले 2 दिनों में जिले में पुलिस की विशेष इकाई ने चार बाल विवाह रुकवाए हैं. अलग-अलग थाना इलाकों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है. जिले के जरुआ खेड़ा स्थित ठाकुर बाबा मंदिर, रानगिर के हरसिद्धि मंदिर के अलावा बंडा के बहरोल और रेहली में बाल विवाह का मामला सामने आया है.
विवाह मुहूर्त के चलते पुलिस थी सतर्क
दरअसल शादियों के विशेष मुहूर्त आते ही बुंदेलखंड में पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है. पुलिस की स्पेशल सेल ने शादी के मुहूर्त पर शहर और जिले के संभावित बाल विवाह और नाबालिग की शादी के मामलों पर नजर रखना शुरू कर दिया था. विशेष पुलिस की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जिले के अलग-अलग थाना इलाकों में बाल और नाबालिग विवाह किए जा रहे हैं. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की तो दो अलग-अलग जगहों में 4 मामले सामने आए.
पहला मामला
जिले के सागर खुरई मार्ग पर स्थित जरूवाखेड़ा के प्रसिद्ध ठाकुर बाबा मंदिर में 17 साल की लड़की की शादी 22 साल के लड़के से की जा रही थी.
दूसरा मामला
वहीं रेहली मार्ग पर स्थित हरसिद्धि माता के मंदिर में 16 साल की लड़की की शादी 20 साल के लड़के से हो रही थी, जिसे पुलिस ने रुकवाया.
तीसरा मामला
तीसरा मामला बंडा विकासखंड के बहरोल थाना का है, जहां 12 वर्षीय बालिका की शादी की जा रही थी.
चौथा मामला
रेहली थाना का चौथा मामला है, जिसमें लड़का और लड़की दोनों की उम्र शादी के योग्य नहीं थी, लेकिन उनकी शादी कराई जा रही थी. इन चारों ही जगहों पर पुलिस पहुंची और शादी रुकवाई.
समझाइश और जागरूकता अभियान के बाद भी नहीं रुक रही हैं शादियां
स्पेशल सेल की प्रभारी ज्योति तिवारी ने बाल विवाह और नाबालिगों की शादियों की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस और प्रशासन द्वारा कई तरह के जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं. अभियान के दौरान लोगों को बाल विवाह और नाबालिगों की शादी से संबंधित कड़े कानूनों की जानकारी भी दी जाती है, जिसके बावजूद लोग चोरी छुपे ऐसी शादियां करने की कोशिश कर रहे हैं.