सागर। शहर की पहचान कही जाने वाली ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील की सफाई और डिसिल्टिंग का काम चल रहा है, इस काम में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, झील की सफाई को लेकर सत्ताधारी दल के विधायक सहित विपक्ष भी सवाल खड़े कर रहा है, अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की एंट्री हो गई है और उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि शहर की जन भावनाओं से जुड़े इस ऐतिहासिक तालाब की सफाई और डिसिल्टिंग में अनियमितताएं हो रही हैं इसलिए इसकी जांच कराना जरूरी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कमलनाथ ने लिखा पत्र
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सागर में स्थित ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील की सफाई और डी सिल्टिंग के काम को स्वीकृति प्रदान की गई थी झील की सफाई का काम स्मार्ट सिटी द्वारा कराया जा रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों और मीडिया के माध्यम से इसमें अनियमितता की शिकायत मिल रही है, शहर के कतिपय प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा इसमें अनियमितताओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. स्थानीय मीडिया और जनप्रतिनिधि इस को उजागर भी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी तरह की जांच के आदेश नहीं दिए गए हैं, उन्होंने कहा है कि यह मामला शहर के लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है और अपनी ऐतिहासिक धरोहर बचाने के लिए शहर के लोग प्रयासरत हैं इसलिए जन भावनाओं का ध्यान रखकर झील की सफाई में हो रही अनियमितताओं की जांच की जाए और झील सफाई का कार्य सुचारु रूप से संपन्न कराया जाए.
कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र
भाजपा विधायक कर चुके हैं सोशल ऑडिट की मांग
इस मामले में भाजपा के स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन भी झील सफाई और डिसिल्टिंग का काम कर रही कंपनी के कामकाज से नाराज हैं उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए झील की सफाई के कामकाज के सोशल ऑडिट की मांग की है, उन्होंने कहा है कि शहर की जनता के सामने प्रशासन और कार्य कर रही एजेंसी को हकीकत सामने लाना चाहिए, वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी इस मामले में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की चुप्पी पर सवाल खड़े कर चुके हैं.