सागर। मध्यप्रदेश के दो लाख रुपये तक के कर्ज वाले 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों की ब्याज की राशि माफ करने की योजना का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आज सागर जिले से शुभारंभ किया. योजना से किसानों का 2123 करोड़ रुपये का ब्याज माफ होगा. सागर के प्राथमिक सहकारी साख समिति केरबना के दो किसानों पंचमलाल और जुगरेन्द्र झल्लू का आवेदन भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का उन्होंने शुभारंभ किया. योजना के तहत किसान जुगरेन्द्र झल्लू 40 हजार 303 रुपये और पंचमलाल का 8 हजार 782 रुपये की ब्याज की राशि माफ हो जाएगी.
सागर के केरबना गांव से शुभारंभ: योजना के तहत जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको से संबंद्ध प्राथमिक कृषि साख समितियों के दो लाख रुपये तक के फसल ऋण वाले डिफाल्टर किसानों के ब्याज की राशि माफ की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि ब्याज माफी की राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा. सागर जिले के 51 हजार 910 किसानों के ब्याज की राशि 76 करोड़ 79 लाख रुपये माफ किए जाएंगे. माफ किए गए ब्याज की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी. इस अवसर पर सहकारिता, लोक प्रबंधन एवं सागर जिले के प्रभारी मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे.
ब्याजमाफी के साद किसान खरीद सकेंगे खाद-बीज: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि "पूर्व सरकार के समय वर्ष 2018 में ऋणमाफी की उम्मीद में हजारों किसान डिफाल्टर हो गए और खाद बीज लेने से वंचित हो गए. ऐसे दो लाख रुपये तक के फसल ऋण वाले किसानों की पीड़ा को राज्य सरकार ने समझा है और ब्याज माफी का निर्णय लिया है. आज से प्रदेश की करीब साढे़ चार हजार समितियों में ब्याज माफी के आवेदन भरने का कार्य शुरू हो गया है. ब्याज माफी से किसान खाद बीज के लिए पात्र हो जाएंगे और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा." मुख्यमंत्री ने कहा कि शून्य प्रतिशत का मतलब किसान से राशि नहीं लेना है, पर इस राशि की भरपाई सरकार द्वारा की जाती है. सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की सरकार है और हर दुख दर्द में किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत किसानों के खातों में 2 लाख 31 हजार 322 करोड़ की राशि किसानों के खातों में डाली गई है. इनमें बिजली की सब्सिडी, फसल बीमा योजना की प्रीमियम राशि, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण की राशि, किसान सम्मान निधि, सोलर पंप सब्सिडी आदि शामिल है.
मुख्यमंत्री ने किसानों का दर्द समझा: सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि "पूर्व सरकार की कर्ज माफी की घोषणा के कारण किसान डिफाल्टर हो गए और उन्हें खाद, बीज न मिलने से परेशानी होने लगी थी. किसानों की परेशानी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने समझा और केबिनेट में फसल ऋण के कर्ज माफी का निर्णय लिया." उन्होंने बताया कि प्रदेश में 11 लाख से अधिक किसानों के फसल ऋण ब्याज की करीब 2200 करोड़ की राशि का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा. सागर जिले के 52 हजार किसानों को योजना का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि सोसाइटी किसानों की अंश पूंजी से बनती है और जितनी राशि के ऋण माफ किए जाते है. उतनी ही राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है. स्थानीय विधायक प्रदीप लारिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि नरयावली विधानसभा क्षेत्र के केरबना गांव से सरकार की महात्वकांक्षी योजना का शुभारंभ हुआ है.