सागर। मां शक्ति की कठिन भक्ति के लिए कमलेश ने कई दिनों पहले से तैयारी शुरू कर दी थी. मां के भक्त ने अपने हाथों से मिट्टी की प्रतिमा का निर्माण भी किया है. उसने पिछले 20 दिन से अन्न त्याग रखा है. कमलेश की कठोर तपस्या को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंच रहे हैं.
एक महीने पहले शुरू की तैयारी: कमलेश कुर्मी ने इसके लिए एक महीने पहले तैयारी शुरू कर दी थी. वे अपने गांव से गुरु भाई धर्मेंद्र विश्वकर्मा के घर पर आ गए और उन्होंने मिट्टी से मां दुर्गा की प्रतिमा बनाना शुरू किया. नवरात्रि शुरू होने के करीब 20 दिन पहले उन्होंने अन्न त्याग दिया और कठिन व्रत के लिए अभ्यास शुरू कर दिया. उन्होंने नवरात्रि में अपने हाथों से बनाई प्रतिमा के समक्ष 9 दिन तक एक ही आसन पर बैठकर शरीर पर जवारे स्थापित कराने का व्रत धारण किया है. इस कठोर व्रत के समय कमलेश सिर्फ दो चम्मच जल ग्रहण कर रहे हैं.
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पिछले साल भी किया था कठोर व्रत: पिछले चैत्र नवरात्रि पर भी कमलेश ने चांदपुर में ही अपने गुरु भाई के घर पर मां की कठोर आराधना की थी. पिछली चैत्र नवरात्रि में कमलेश ने लेटकर अपने शरीर पर जवारे स्थापित कराए थे. कमलेश हर साल खुद ही देवी की मूर्ति बनाते हैं और उसकी उपासना करते हैं. कमलेश की भक्ति देखने के लिए दूर-दूर से लोग चांदपुर पहुंच रहे हैं. माता की प्रतिमा के सामने भजन गाए जा रहे हैं.