सागर। मध्यप्रदेश में सागर शहर इकलौता है, जहां पर केंद्रीय विश्वविद्यालय है. सागर के डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को 2009 में केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया था. पिछले साल से मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए सीयूईटी (Common University Entrance Test) की शुरूआत की है. आगामी सत्र के लिए 5 जून से परीक्षा शुरू होनी है, लेकिन मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कारगुजारियों के चलते सागर जिले और आसपास के बच्चों को परीक्षा के लिए दूसरे शहरों में जाना होगा, क्योंकि सेंट्रल यूनिवर्सिटी सागर को CUET के लिए सेंटर नहीं बनाया गया है.
सेंटर नहीं बनाए जाने से छात्रों में बड़ी नाराजगी: सागर स्थित डॉ. हरीसिंह गौर विश्ववद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के बाद भी सीयूईटी का परीक्षा केंद्र न बनाए जाने से छात्रों में जमकर नाराजगी है. छात्रों का कहना है कि यहां के हजारों बच्चों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कारगुजारियों के कारण परेशान होना पड़ रहा है. स्थानीय छात्रों को अब अपने शहर या जिले की सेंट्रल यूनिवर्सटी में प्रवेश लेने के लिए दूसरे शहरों में एग्जाम देने जाना होगा. कई छात्रों को इंदौर, चैन्नई और दूसरे बडे सेंटर दिए गए हैं. ऐसे में छात्र परेशान हैं कि कैसे वह प्रवेश परीक्षा के लिए जाएंगे और कैसे उनका एडमीशन होगा. इस मामले में प्रवेश के इच्छुक छात्रों ने विश्वविद्यालय स्तर पर प्रबंधन से बात की और मानव संसाधन विकास मंत्रालय से लेकर पीएमओ तक मेल के जरिए अपनी परेशानी से अवगत कराया, लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ. अगले 5 जून से सीयूईटी की विभिन्न कोर्स की परीक्षाएं शुरू हो जाएगी और ऐसे में सागर का परीक्षा केंद्र बनना अब असंभव नजर आ रहा है.
विश्वविद्यालय की रसायन विभाग की बीएससी की चतुर्थ सैमेस्टर की छात्रा आयुषी मिश्रा का कहना है कि "इस बार सीईयूटी एक्जाम के लिए सागर के बच्चों को सागर सेंटर नहीं मिला है. बच्चों के लिए इंदौर, ग्वालियर और भोपाल सेंटर दिया गया है और कई बच्चों को तो दूसरे प्रदेश का सेंटर दिया गया है. इस स्थिति में बच्चे काफी परेशान हैं, क्योंकि दूसरे शहर में जाकर परीक्षा देने में उन्हें काफी दिक्कतें होती हैं. कई बच्चें गरीब परिवार से हैं और दूसरी जगह सेंटर मिलने के कारण परीक्षा देने जाने का इंतजाम भी नहीं कर पा रहे हैं. बड़ा सवाल ये है कि जब सागर विश्वविद्यालय खुद सेंट्रल यूनिवर्सटी है, तो सागर विश्वविद्यालय को सेंटर क्यों नहीं बनाया गया है. इस मामले में हम लोगों ने कुलपति और रजिस्ट्रार से बात की, लेकिन उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया.
कुछ खबरें यहां पढ़ें |
गौर यूथ फोरम ने किया आंदोलन का एलान: मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कारगुजारियों को लेकर सागर विश्वविद्यालय के छात्र संगठन गौर यूथ फोरम ने मोर्चा खोल दिया है. फोरम के राष्ट्रीय संयोजक विवेक तिवारी का कहना है कि "डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में प्रवेश लेने के लिए आयोजित परीक्षा का परीक्षा केन्द्र सागर में नहीं है. ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि क्षेत्र के किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश परीक्षा में बैठने मध्य प्रदेश के दूसरे शहरों या प्रदेश के बाहर जाना होगा. डाॅ. गौर ने सागर विश्वविद्यालय की स्थापना बुंदेलखंड के पिछड़ेपन और गरीब जनता को शिक्षा प्राप्त करने के नजरिये से सागर में की थी. अब यहां के विद्यार्थियों को यहीं प्रवेश लेने के लिए दूसरे शहरों में जाकर परीक्षा देनी पड़ रही है. गौर यूथ फोरम इसका विरोध करता है और विश्वविद्यालय प्रशासन और यूजीसी से मांग करता है कि अगले सत्र से सागर में भी परीक्षा आयोजित करायी जाए." डॉ. विवेक तिवारी ने कहा है कि "स्थानीय छात्रों को प्रवेश में आरक्षण और सागर में CUET का परीक्षा केन्द्र बनाने के लिये गौर यूथ फोरम की विश्व विद्यालय इकाई यूजीसी चेयरमैन और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र भेजेगा. ऐसा न होने की स्थिति में आंदोलन किया जायेगा."