सागर। प्रदेश के चंबल में 22 विधायकों ने सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए. इस दौरान नेताओं ने अपनी हुलिया, भाषा और राजनीति तो बदल ली है, लेकिन अब भी उनकी जुबान से कहीं न कहीं बीजेपी की खिलाफत हो ही जाती है. ऐसा ही हुआ है शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ. सोमवार को रामशिला पूजन यात्रा के समापन के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की जुबान फिसल गई और उन्होंने राम को लेकर अपनी ही पार्टी बीजेपी पर कटाक्ष कर दिया.
प्रदेश 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की रणभेरी बज चुकी हैं. सभी पार्टियां अपने-अपने प्रचार में जुटी हुई हैं. ऐसे में बयानबाजी भी तेज हो गई है. ऐसे में कैबिनेट मंत्री का बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें गोविंद सिंह अपनी ही पार्टी को घेरते दिखाई दे रहे हैं. गोविंद सिंह राजपूत ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "भाजपा को नकली राम, नकली भगवा का सहारा लेना पड़ रहा है पर जनता सब जानती है".
गोविंद सिंह राजपूत सिंधिया के समर्थन में बीजेपी में शामिल हो चुके हैं और बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं. इसी दौरान क्षेत्र में रामशिला पूजन का आयोजन भी किया गया, जहां कार्यक्रम के बाद उन्होंने ये विवादित बयान दे दिया. जिससे कांग्रेस को बीजेपी पर तंज कसने का एक और मौका मिल गया है.
गोविंद सिंह के बेटे को हुआ कोरोना
बता दें कि, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बड़े बेटे भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. इसके बावजूद भी वे लगातार सार्वजनिक कार्यक्रमों में सपरिवार शिरकत कर रहे हैं. इस सवाल पर उन्होंने पहले तो बात को घुमाने की कोशिश की, लेकिन दोबारा सवाल पूछने पर उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि, उनके बेटे की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है और उसका इलाज भी चल रहा है. ये दिखाता है कि, नेता कोरोना को लेकर कितने सजग हैं. नेताओं की ये लापरवाही आमलोगों के लिए मुसीबत बन सकती है.