सागर। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने एक बार फिर लोगों को महामारी की दहशत से खौफजदा कर दिया है, वैक्सीनेशन महा अभियान के बाद लोगों को लग रहा था कि अब कोरोना वायरस इतना कहर नहीं बरपाएगा, लेकिन नए वेरिएंट की चर्चा से एक बार फिर लोग कोरोना की तीसरी लहर की आशंका से घिर गए हैं. सरकार ने भी जहां कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध कुछ दिनों पहले हटाए थे, उनको धीरे-धीरे फिर लागू करना शुरू कर दिया है. बुंदेलखंड के एकमात्र मेडिकल कॉलेज (Bundelkhand Medical College) में भी कोरोना से निपटने को लेकर तैयारियां की जा रही हैं, मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि हम पूरी तरह (BMC ready to deal with new variant Omicron) से तैयार हैं. नया वैरिएंट अगर फिर जोर पकड़ता है तो कोविड मरीजों के लिए बेड से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन का पर्याप्त इंतजाम है.
नए वैरिएंट से तीसरी लहर की बढ़ी आशंका
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के तेज फैलाव की चर्चा से तीसरी लहर की आशंका जोर पकड़ने लगी है, आम आदमी पिछले दो लहरों के अनुभव फिर याद करने लगा है. वैक्सीनेशन और हाल ही में सरकार द्वारा पाबंदियां हटाए जाने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली थी और मान लिया था कि कोरोना का कहर अब इतना भयानक नहीं होगा, लेकिन जिस तरह से नए वैरिएंट की चर्चाएं चल रही हैं, लोगों में तरह-तरह की आशंकाए जन्म ले रही हैं. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज एक ऐसा संस्थान है, जिस पर सागर सहित छह जिलों और आसपास के जिलों का भार है. करीब 5000 मरीज रोजाना बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने पहुंचते हैं, जहां कोरोना टेस्टिंग के लिए वायरोलॉजी लैब (Virology Lab in Bundelkhand Medical College) भी संचालित होता है. कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दो कोविड-19 वार्ड लगातार काम कर रहे हैं, इसके अलावा नॉर्मल ओपीडी के साथ-साथ फ्लू ओपीडी अलग से संचालित की जा रही है. बीएमसी प्रबंधन ने नए सिरे से तैयारियों की समीक्षा की है.
नए वैरिएंट को लेकर कितना तैयार है BMC
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉक्टर उमेश पटेल का कहना है कि दूसरी लहर में काफी ज्यादा संक्रमण होने के बावजूद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ने अपनी पूरी क्षमता के साथ पूरे संभाग के मरीजों का इलाज (Sagar ready to deal with Omicron variant) किया है, नए वैरिएंट के कारण जो तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, उसको लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं, हालांकि अभी कुछ दिनों से पॉजिटिव मरीज नहीं मिले हैं, फिलहाल कोविड मरीजों के लिए 60 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं और एक नया वार्ड तैयार किया जा रहा है, यहां अभी दो कोविड वार्ड कार्यरत हैं, लेकिन इसे 750 बेड तक किया जा सकता है. बुंदेलखंड कॉलेज में जांच के लिए एकमात्र वायरोलॉजी लैब कार्यरत है, जो लगातार टेस्टिंग कर रही है. रेमडेशिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है, दो ऑक्सीजन टैंक के अलावा ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ पूरी तरह तैयार है और फ्लू ओपीडी अभी भी कार्यरत है.