सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से लापता हुए कोरोना मरीज मुन्ना लाल जैन का शव कैंट थाना क्षेत्र के रेलवे गेट नंबर एक के नजदीक मिला है. कैंट थाना पुलिस को अज्ञात शव मिलने की जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने लापता कोरोना मरीज के परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया था. शव की पहचान मेडिकल कॉलेज से लापता हुए मुन्ना लाल जैन के रूप में हुई है. इस मामले में मृतक के परिजनों ने बीएमसी को कोरोना मरीज की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
परिजनों को नहीं दी सूचना
दरअसल, निमोनिया के लक्षण की शिकायत पर अशोकनगर के बमोरा निवासी 55 वर्षीय मुन्ना लाल जैन को सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में उनके परिजनों ने 14 अप्रैल को इलाज के लिए भर्ती कराया था. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण उनका इलाज भी शुरू हो गया था. इसी बीच 18 अप्रैल को उनके परिजनों का कोई भी संपर्क मुन्ना लाल जैन से नहीं हो पा रहा था. जब इस मामले में परिजनों ने बीएमसी प्रबंधन से बात की तो उन्होंने मरीज की अपनी मर्जी से डिस्चार्ज होने की बात बताई. बीएमसी प्रबंधन द्वारा परिजनों को कोई सूचना नहीं दी गई. काफी ढूंढने पर जब मुन्ना लाल जैन नहीं मिले तो उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
यहां मर कर भी चैन नहीं ! अब शव की दुर्दशा
रेलवे के गेट नंबर एक का पास मिला शव
कैंट थाना पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र में रेलवे गेट नंबर एक के नजदीक एक शव पड़ा हुआ है. पुलिस ने इसकी जानकारी लापता कोरोना मरीज मुन्ना लाल जैन के परिजनों को दी. मुन्ना लाल जैन के परिजन जब शव की शिनाख्त करने पहुंचे तो मृतक मुन्ना लाल जैन ही थे. मृतक के परिजनों ने इसके लिए बीएमसी के लिए जिम्मेदार ठहराया और कई गंभीर आरोप भी लगाए है.