सागर। शिक्षा विभाग में संविलियन के साथ शिक्षिका का दर्जा दिया जाने की मांग को लेकर इन दिनों प्रदेश की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आंदोलन की राह पर हैं. इसी सिलसिले में सागर संभागीय मुख्यालय मध्य प्रदेश बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ ने विशाल रैली निकालकर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का कहना है कि उन्हें शासकीय सेवक घोषित करते हुए शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए.
विशाल रैली निकाल कर जताया विरोध
संभागीय मुख्यालय सागर पारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के संघ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नाम ध्यानाकर्षण पत्र सौंपा. इसके पहले इन्होंने सागर शहर के प्रमुख मार्गों से विशाल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया.
आंदोलनकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांग
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए और उनके समान वेतन दिया जाए.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं का शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए और शिक्षिका का दर्जा दिया जाए.
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को रिटायरमेंट पर एक लाख और 75 हजार की राशि दी जाएगी, लेकिन इस घोषणा पर आज तक अमल नहीं हुआ है.
- मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का दर्जा दिया जाए और सहायिका की नियुक्ति की जाए.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी
संगठन की प्रदेश सह सचिव लीला शर्मा ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर सरकार ने सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होना पड़ेगा.