सागर। भारत में सनातन धर्म में गाय को पशु नहीं, बल्कि मां का दर्जा दिया गया है, आज भले ही सड़कों पर गायों की दुर्दशा की खबरें आती रहती हों, लेकिन समाज में आज भी कुछ गौ पालक ऐसे हैं, जो गाय को पशु न मानकर परिवार का हिस्सा मानते हैं, ऐसा ही एक परिवार सागर शहर के मोहननगर वार्ड का है, जिन्होंने अपनी गाय की मृत्यु हो जाने पर उसका, अंतिम संस्कार इंसानों जैसे पूरे रीति रिवाज से किया.
जिसने भी ये शव यात्रा देखी तो सोनी परिवार के प्रति श्रद्धा का भाव दिखाया और गाय को श्रद्धांजलि दी. शव यात्रा मोहन नगर वार्ड से होती हुई नरयावली नाका श्मशान घाट पर पहुंची, जहां पूरे विधि विधान से अंतिम संस्कार किया गया.