रीवा। रीला जिले के रायपुर कर्चुलियान ग्राम पंचायत के बड़ागांव की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. आजादी के 73 वर्ष बीत जाने के बाद भी गांव में सड़क का निर्माण नहीं हो पाया. गांव के सरपंच व सचिव द्वारा सड़क व नाली निर्माण में की गई अनिमितताओं की शिकायत को लेकर आज 2 सैकड़ा ग्रामीण कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और सरपंच व सचिव के खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.
कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों का कहना है की, उनके गांव में आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया. कच्ची सड़क होने के चलते उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और बारिश के दिनों में हालात बद से बदतर हो जाती है.
गांव के सरपंच व सचिव द्वारा दो सड़कों के लिए स्वीकृत हुई लाखों की राशि को हजम कर लिया गया और सड़कों का निर्माण कार्य कागजों में दिखा दिया गया. गांव में एक पीसीसी सड़क के लिए 2 लाख 67 हजार 500 रुपए व दूसरी पीसीसी सड़क के निर्माण में स्वीकृत हुई 12 लाख 24 हजार रुपए की राशि जिसे पंचायत के खाते से निकाल कर सरपंच व सचिव द्वारा हजम कर लिया गया.
इस मामले की शिकायत पूर्व में जनपद पंचायत, जिला पंचायत सीईओ व जिला कलेक्टर से गई, बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई. ग्रामीणों ने बताया की, सड़क निर्माण की राशि का गबन तो किया ही गया, इसके साथ ही सरपंच सचिव द्वारा गांव में न तो एक भी नाली का निर्माण कराया गया है और न ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक भी मकान बनाया गया. गांव में संचालित माध्यमिक पाठशाला की बाउंड्रीवॉल के लिए स्वीकृत 2 लाख 50 हजार की राशि को भी सरपंच व सचिव द्वारा बंदरबांट कर लिया गया.
ग्रामीणों का कहना है की, सरपंच व सचिव द्वारा लंबे समय से किजा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायत सीईओ व रीवा कलेक्टर सहित कई बार सीएम हेल्पलाइन में कई गई, लेकिन ऑफिस में बैठ कर ही अधिकारियों द्वारा जांच पूरी कर ली गई. ग्रामीणों का कहना है की, 'जनपद पंचायत व जिला पंचायत से लेकर कलेक्ट्रेट तक जिला प्रशासन का हर एक अधिकारी मिला हुआ है, जिनकी उच्च स्तरीय जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए'.