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शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर देकर दी गई अंतिम विदाई, नम हुईं आंखे

9 मार्च को हिमस्खलन के चलते शहीद हुए रीवा के जवान बीरेन्द्र कुशवाहा का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंचा, जहां उनको गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गई.

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Published : Mar 15, 2020, 6:14 PM IST

Updated : Mar 15, 2020, 7:53 PM IST

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शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव

रीवा। हिमस्खलन के चलते रीवा के जवान बीरेन्द्र कुशवाहा जम्मू में 9 मार्च को शहीद हो गए थे. सात दिन बाद आज शहीद के पार्थिव शरीर को उनके गांव मझिगवां लाया गया. तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े.

शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव

इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी. ग्राम पंचायत मझिगवां निवासी जवान बीरेंद्र कुशवाहा 24 साल के थे. 9 मार्च को जम्मू कश्मीर के लेह इलाके में ड्यूटी पर तैनात थे. तभी हिमस्खलन हुआ और बर्फ का बड़ा टुकड़ा उनके ऊपर गिर गया था. जिसके बाद उनको तत्काल सेना के अस्पताल लाया गया, जहां वो शहीद हो गए थे. बता दें कि बीरेन्द्र 18 जनवरी 2016 को सेना में भर्ती हुए थे.

रीवा। हिमस्खलन के चलते रीवा के जवान बीरेन्द्र कुशवाहा जम्मू में 9 मार्च को शहीद हो गए थे. सात दिन बाद आज शहीद के पार्थिव शरीर को उनके गांव मझिगवां लाया गया. तिरंगे में लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े.

शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव

इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को अंतिम विदाई दी. ग्राम पंचायत मझिगवां निवासी जवान बीरेंद्र कुशवाहा 24 साल के थे. 9 मार्च को जम्मू कश्मीर के लेह इलाके में ड्यूटी पर तैनात थे. तभी हिमस्खलन हुआ और बर्फ का बड़ा टुकड़ा उनके ऊपर गिर गया था. जिसके बाद उनको तत्काल सेना के अस्पताल लाया गया, जहां वो शहीद हो गए थे. बता दें कि बीरेन्द्र 18 जनवरी 2016 को सेना में भर्ती हुए थे.

Last Updated : Mar 15, 2020, 7:53 PM IST
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