रीवा। सिविल लाइन थानें में गुरूवार की दोपहर TI को गोली मारकर उन्हें घायल करने वाले आरोपी SI बीआर सिंह पर 307 का मुकदमा कायम कर शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया. बीआर सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. बड़ी बात तो ये है कि पुलिस विभाग के पास आरोपी बीआर सिंह की कुल 71 शिकायतें थी. 24 साल से अधिक के सेवा काल में SI को 5 से अधिक बार बड़ी सजा से दंडित किया गया है और कई बार लाइन हाजिर किए गए. बताया यह भी जा रहा है कि डेढ़ वर्षो तक आरोपी SI बीआर सिंह मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की सुरक्षा में भी तैनात रहे हैं. आरोपी SI थाने में 2, सर्विस रिवाल्वर के साथ निजी लाइसेंसी रिवाल्वर के साथ पहुंचे थे.
ये है पूरी घटना: शहर के सिविल लाइन थाने में गुरूवार की दोपहर हुई गोली बारी की घटना में घायल TI हितेंद्र नाथ शर्मा अब खतरे से बाहर है. घटना के 6 घंटे बाद देर रात भोपाल और जबलपुर से रीवा के मिनर्वा अस्पताल पहुंचीं स्पेशल डाक्टरों की टीम ने सफल ऑपरेशन कर TI हितेंद्र नाथ शर्मा के कंधे में धसी गोली को बाहर निकाल लिया. ऑपरेशन के बाद शुक्रवार की सुबह अन्य थाना प्रभारी TI से मिलने अस्पताल पहुंचे जिसके बाद घायल TI अपने अन्य साथियों को THUMSU करते हुऐ दिखाई दिए. बता दें कि 5 दिन पूर्व लाइन अटैच हुए SI बीआर सिंह गुरुवार की दोपहर सिविल लाइन थाने के अंदर प्रवेश कर TI हितेंद्र नाथ शर्मा पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी. गोली सीधा सीने के ठीक ऊपर जा लगी. घटना के बाद 7 घंटे तक आरोपी SI, ने खुद को TI के कक्ष में कैद रखा.
तेज तर्रार SI थे बी आर सिंह: आरोपी SI बी आर सिंह एक तेज तर्रार पुलिस अफसर हैं और विवादों से उनका गहरा नाता भी रहा है. SI बी आर सिंह कुछ दिनों पहले तक सिविल लाइन थाने में ही पदस्थ थे और TI हितेंद्र नाथ शर्मा के अधिनस्थ बाकायदा वह काम कर रहे थे. किसी बात को लेकर बीते 4 दिन पूर्व ही SI बी आर सिंह को लाइन हाजिर किया गया था. जिसके चले वह काफी नाराज थे शायद उन्हे आशंका थी कि लाईन हाजिर कराने में कही न कहीं TI हितेंद्र नाथ शर्मा का हाथ है. आरोपी SI के खिलाफ विभाग को 71 शिकायतें पहले से ही प्राप्त थी और ये डेढ़ सालों तक विधानसभाध्यक्ष की सुरक्षा में भी तैनात रहे. अब यह बड़ा सवाल है कि इस तरह के सनकी अफसर की तैनाती मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष की सुरक्षा में तैनात क्यों किया गया था.
जांच के लिए SIT का गठन: सिविल लाइन थाना गोलीकांड मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने जांच के लिए SIT की टीम गठित की है. एडिशनल एसपी अनिल सोनकर के नेतृत्व में शहर के बिछिया थाना प्रभारी, चोरहटा थाना प्रभारी, एसआई सुक्कु लाल व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम मिलकर गोलीकांड मामले की जांच करेगी.
TI के सीने में गोली दागकर खुद को किया थाने में कैद: वारदात के बाद आरोपी SI बी आर सिंह ने खुद को TI के कक्ष में कैद कर लिया. उधर थाने में गोलीकांड की घटना शहर में आग की तरह फैल गई. गंभीर रूप से घायल TI का हाल जानने एक एक कर कई दिग्गज अस्पताल पहुंचे स्थानिय विधायक राजेन्द्र शुक्ल भी अस्पताल पहुंचे और मिडिया से बात कर थाना प्रभारी के बेहतर इलाज कराने के साथ उनके जल्द ठीक होने की बात कही. इसके अलावा कई समाज सेवी और विपक्ष के नेता भी अस्पताल पहुंच गए. पूरा अस्पताल परिसर भीड़ से खचाखच भर गया. मिनर्वा असपताल के डाक्टरों ने घायल TI का ICU वार्ड में इलाज शूरु किया कड़ी मशक्कत के बाद भी वह TI के सीने में धसी गोली को निकाल पाने में असफल रहे.
घटना के 7 घंटे बाद आरोपी SI ने किया आत्म समर्पण: वारदात के बाद आरोपी SI ने खुद को TI के कक्ष में कैद कर लिया था और किसी से बात करने के लिऐ राजी नही थे. करीब 7 घंटे के बाद पुलिस अफसर आरोपी को SI समझाइए दी जिसके बाद SI ने आत्म समर्पण करते हुए खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था. पुलिस आने आरोपी के पास एक सर्विस रिवॉल्वर और एक लोडेड लाइसेंसी पिस्टल बरामद की थी.