रीवा। जिले के गंगेव चौकी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत नंदना में आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण नहीं हुआ है. जिसके चलते मृत व्यक्ति के शव को 4 किलोमीटर तक पैदल लेकर जाना पड़ता है. आवागमन की सुविधाओं से वंचित इस गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे मुख्य मार्ग तक ले जाने के लिए लोगों का कंधा ही एक मात्र सहारा होता है.
ग्राम पंचायत नंदना गांव का बड़ा आबादी वाला हिस्सा आवागमन की सुविधा से वंचित है. बारिश के दिनों में बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मात्र कंधा ही एक सहारा रहता है, ग्राम पंचायत नंदाना में पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत काफी राशि आई, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा उसे हजम कर ली गई. ग्राम पंचायत नंदना के गुरु बाबा टोला नंदना को मुख्य मार्ग तक जोड़ने के लिए कई बार सड़क बनाए जाने के लिए ग्राम पंचायत को राशि आवंटित हुई, लेकिन आवागमन मार्ग शिर्फ कागजों में बनता रहा और जनपद के सीईओ ने भी मौके का मुआयना करने की जरूरत नहीं समझी. कई बार पीसीसी सड़क बनाए जाने की योजना तो बनी, लेकिन वो कागजों तक सीमित रह गई. ग्राम नंदना के गुरु बाबा टोला अंतर्गत बीते दिनों एक बीमार महिला की मौत जिला मुख्यालय रीवा में हो गई. एंबुलेंस द्वारा रीवा से करौदहा गांव तक ले जाया गया उसके बाद कंधे के सहारे 4 किलोमीटर चलकर परिजनों ने शव को गांव तक पहुंचाया. तब कहीं जाकर महिला का अंतिम संस्कार हो सका.
गुरु बाबा टोला नंदना को प्रधानमंत्री सड़क से जोड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने चंदा एकत्रित कर आवागमन को सुचारू करने के लिए मिट्टी डलवायी, लेकिन बरसात में वो मिट्टी बह गई. जिला प्रशासन यदि ग्राम नंदना के गुरु बाबा टोला अंतर्गत रहने वाले लोगों की आवागमन की समस्या पर गंभीरता दिखाए तो आवागमन मार्ग तत्काल सुलभ कराया जा सकता है.