रीवा। शहर के बिछिया थाना क्षेत्र में देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया. बारिश में एक कच्ची दीवार ढह गई और दीवार की मिट्टी में दबकर दो लोगों की मौत हो गई. कच्ची दीवार गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आस-पास के लोग आवाज सुनकर घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े. लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया और दीवार की मिट्टी में दबे लोगों को बाहर निकला. हादसे में एक व्यक्ति ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. जबकि हादसे में घायल दूसरे व्यक्ति को गंभीर अवस्था में संजय गांधी अस्पताल ले गये, जहां उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई.
बारिश बनी लोगों के लिए आफत: बिछिया थाना क्षेत्र में बैसा गांव में शुक्रवार की देर रात दीवार ढह जानें से 2 लोग काल की गाल में समा गए. मृतक के पड़ोसी संदीप पाण्डेय ने बताया कि "बैसा गांव में प्यारे लाल रजक के घर पर रात तकरीबन 9 बजे मालवाहक वाहन से कुछ सामान आया था. सामान उतरवाने के दौरान पड़ोस के कमलेश प्रसाद पाण्डे के कच्चे मकान की दीवार अचानक से भरभरा कर गिर गई. इस दौरान वहां पर खड़े वीरेंद्र पाण्डेय और प्यारे लाल रजक दीवार के मलवे में दब गए. शोर शराबा सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े और बचाव कार्य शुरू किया."
कच्ची दीवार गिनने से दबे दो लोग, दोनों की मौत: संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ यत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि "हादसे में 57 वर्षीय प्यारे लाल रजक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. जबकि हादसे में घायल हुए 42 वर्षीय वीरेंद्र पाण्डेय को गंभीर अवस्था में रीवा के संजय गांधी अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरन उनकी भी मौत हो गई. हादसे के शिकार हुए मृतक वीरेंद्र पाण्डेय रेलवे के कर्मचारी थे. दोनों को पोस्टमार्टम के लिए रखवाया गया है."
मालवाहक वाहन की कच्ची दीवार में लगी थी मामूली सी ठोकर: हादसे के बाद बैसा गांव में मातम का माहौल है. पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल के मर्चुरी वार्ड में रखवाया है और घटना की जांच शुरू कर दी गई. बताया गया कि शुक्रवार की रात जिस मालवाहल वाहन से समान आया था. उस वहन की मामूली ठोकर भी कच्ची दीवार पर लगी थी. जिसके कारण बारिश के पानी से भीगी कच्ची दीवार भरभरा कर नीचे गिर गई, जिसके मलबे में दबकर दो लोगों की मौत हो गई.