रीवा। मध्य प्रदेश की शिवराज कैबिनेट का विस्तार हुआ है. चुनाव से ठीक पहले विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड से तीन भाजपा विधायक व कद्दावर नेताओं को तराश कर मंत्रिमंडल में शमिल किया गया. जिसमें विंध्य क्षेत्र के रीवा जिले से भाजपा विधायक राजेंद्र शुक्ला, महाकौशल से विधायक गौरीशंकर बिशेन और टीकमगढ़ जिले की खरगापुर सीट से भाजपा विधायक राहुल लोधी हैं. एक बार फिर मंत्री पद का ताज अपने सिर रखकर राजेंद्र शुक्ला रीवा पहुंचे. जहां पर जगह-जगह लोगों ने उनका भव्य स्वगत किया.
कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार रीवा पहुंचे राजेंद्र शुक्ला: नवागत कैबिनेट मंत्री राजेंद्र शुक्ला की गिनती मध्यप्रदेश में एक सरल और सहज नेता के रूप में जानी जाती है, लेकिन प्रदेश की बीजेपी सरकार और राजनीति दोनों में ही उनका कद काफी ऊंचा माना जाता है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल 2023 में होने वाले मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज सरकार ने विधायक राजेंद्र शुक्ला को मंत्रिमंडल में जगह देकर उन्हें कैबिनेट मंत्री बना दिया. बीते शनिवार को सीएम शिवराज और राज्यपाल की उपस्थिति में शपथ ग्रहण हुआ और राजेंद्र शुक्ला मंत्री बने. कैबिनेट मंत्री बनने के बाद राजेंद्र शुक्ला रविवार को रीवा पहुंचे. जहां पर जगह-जगह लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया गया.
चार बार से विधायक और चार बार मिला मंत्री पद: राजेंद्र शुक्ला पिछले चार बार से रीवा विधानसभा सीट से विधायक हैं. चार बार बीजेपी के टिकट से उन्होंने चुनाव लड़ा और हर बार जीत का ताज अपने सिर पर रखा. 2003 में उन्होंने पहला चुनाव लड़ा और जनता के बीच खरा सोना साबित हुए. राजेन्द्र शुक्ल साल 2008, 2013 और एक बार फिर 2018 में अपनी जीत दर्ज कराई और विधानसभा चुनाव में पुनः विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने वानिकी, जैव विविधता, जैव प्रौद्योगिकी, खनिज संसाधन और कानून और विधायी मामलों सहित विभिन्न मंत्रालयों के अधीन कार्य किया.
ये भी पढ़ें... |
2018 में रीवा की आठों सीट पर किया था कब्जा: वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार मध्य प्रदेश में नहीं बन पाई थी और कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर प्रदेश में अपने कब्जा जमा लिया. कमलनाथ सीएम प्रदेश के सीएम बने. प्रदेश में बीजेपी की हार हुई लेकिन इसके बाबजूद भी राजेंद्र शुक्ला ने समूचे प्रदेश में विंध्य और रीवा का मान बनाए रखा. उन्होंने खुद रीवा सीट से अपनी जीत दर्ज कराई और अन्य सात सीटें भी भाजपा की झोली में डाल दी. प्रदेश में 15 महीने तक कांग्रेस की सरकार रही. इसके बाद बीजेपी ने एक बार फिर शिवराज सिंह के नेतृत्व में अपनी सरकार बना ली. सरकार के मंत्रिमंडल में विधायक राजेंद शुक्ला को कोई स्थान नहीं मिला. जिससे विंध्य की जनता खुद को ठगा हुआ समझने लगी. अब एक बार फिर 2023 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजेंद्र शुक्ला को केबिनेट मंत्री बनाया गया है. जिससे विंध्यवाशियों के बीच खुशी का माहौल है.