रीवा। मध्यप्रदेश की विंध्य नगरी रीवा के अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल के द्वारा सरकार पर सवाल खड़े करते हुए अपने ही व्हाट्सएप पर स्टेटस लगाया गया था, जिसके बाद बवाल मच गया. और थाना प्रभारी ने तुरंत ही अपना व्हाट्सएप स्टेटस डिलीट कर दिया. हालांकि इस पूरे मामले पर कुछ भी कहने से पुलिस प्रशासन बच रहा है.
गैंगस्टर विकास दुबे मामले में रीवा के अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने भी अपने व्हाट्सएप स्टेटस में उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े करते हुए एक पोस्ट अपलोड की, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ लिखा था कि ''थोड़ा भी तेज चले तो कह देना भाग रहा था हम क्या करें'', और इस पर थाना प्रभारी ने अपने से लिखा 'वी आर वेटिंग' मतलब पुलिस को सीएम के इसी संवाद की प्रतीक्षा थी, थाना प्रभारी ने जैसे ही इस पोस्ट को अपने व्हाट्सएप के स्टेटस पर अपलोड किया, वैसे ही बवाल मच गया और तुरंत ही थाना प्रभारी को अपना यह व्हाट्सएप स्टेटस बदलना पड़ा.
दरअसल गुरूवार को मध्य प्रदेश कि महाकाल नगरी उज्जैन में विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पहुंचकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसे अपनी कस्टडी में ले लिया, और शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की कस्टडी से भागते हुए एनकाउंटर में उसकी मौत हो गई.
इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया. और उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर को लेकर नेताओं के अलावा आम जनता भी सवाल खड़े करने लगी कि आखिर जिस विकास दुबे को कल महाकाल मंदिर के एक होमगार्ड ने गिरफ्तार कराया था. वह एसटीएफ के जवानों को चकमा देकर भागने की कोशिश कैसे कर सकता है ?