रीवा। चोरहटा थाना (Chorhata Police Station) में पदस्थ आरक्षक अनिरुद्ध तिवारी को गुरुवार को लोकयुक्त की टीम (Lokayukta police action in Rewa) ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार (Constable Arrested for Taking Bribe of 20 Thousand) किया है. यह कार्रवाई पूर्व सट्टा कारोबारी की शिकायत पर की गई. दरअसल चोरहटा थाना में पदस्थ आरोपी आरक्षक पिछले कई दिनों से सट्टा कारोबारी तुलसीदास कोल को परेशान किया जा रहा था. आरक्षक लगातार शिकायतकर्ता से सट्टा का कारोबार शुरू करने और 20 हजार रुपए रिश्वत थाने में देने के लिए कह रहा था. जिससे परेशान शिकायतकर्ता ने लोकयुक्त पुलिस से शिकायत की.
20 हजार प्रतिमाह देने का दबाव बना रहा था आरक्षक
शिकायतकर्ता तुलसीदास ने बताया कि चोरहटा थाना क्षेत्र में वह सट्टे का कारोबार कर रहा था. जिसमें हर माह चोरहटा थाना पुलिस को 20 हजार रुपए रिश्वत के रूप में दे रहा था. पिछले कई दिनों से उसने सट्टे का कारोबार बंद कर दिया. जिसे फिर शुरू करने और 20 हजार रुपए प्रतिमाह थाने में पहुंचाने के लिए आरक्षक अनिरुद्ध तिवारी दबाव बना रहा था.
आरक्षक ने 15 हजार रुपए चोरहटा थाना प्रभारी विद्यावारिधी तिवारी के नाम से मांगे थे, जबकि 2 हजार खुद के लिए और थाने में पदस्थ अन्य कर्मचारियों के लिए 3 हजार की मांग की थी. जिस पर शिकायतकर्ता की शिकायत पर गुरुवार को लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप की कार्रवाई की और आरोपी आरक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया.
थाना प्रभारी पर भी लग रहे आरोप
मामले पर लोकयुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि, ट्रैप की कार्रवाई में एक आरक्षक को 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. शिकायतकर्ता ने थाना प्रभारी विद्यावारिधी का नाम भी लिया है. शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी. अगर थाना प्रभारी की संलिप्तता सामने आती है, तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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वर्तमान चोरहटा थाना प्रभारी विद्यावारिधी तिवारी पूर्व में रीवा लोकयुक्त पुलिस में निरीक्षक के पद में पदस्थ रह चुके है. हाल ही में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने थाने में पदस्थ कर्मचारियों की रिश्वत के मामले पर दोषी पाए जाने पर थाना प्रभारियों पर कार्रवाई करने की बात कही थी.