रीवा। लॉकडाउन के तीसरे चरण के पहले से ही दूसरे राज्यों में रह रहे मजदूर घर जाने के लिए बेचैन हो उठे और कायदे-कानून ताक पर रख घर जाने के लिए सड़कों को पैदल ही नापने लगे, कुछ तो मालवाहक वाहनों में भरकर अपनी मंजिल की ओर निकल पड़े, जिसे रास्ते में पुलिस ने भी रोका, ऐसे ही प्रवासी मजदूरों का जत्था रीवा पहुंचा था, जहां भोजन-पानी का इंतजाम नहीं होने पर मजदूरों ने रोड जाम कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने मजदूरों पर बेरहमी से लाठियां बरसाने लगी.
रीवा में उत्तर प्रदेश सीमा के पास चाकघाट पर शनिवार देर रात खाना नहीं मिलने पर श्रमिक प्रदर्शन करने लगे, देखते ही देखते यहां एक हजार से अधिक मजदूर जुट गए, जिला प्रशासन ने मजदूरों के लिए व्यवस्थाएं की, लेकिन देर रात तक व्यवस्थाओं को लेकर मजदूर विरोध करते रहे, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने मजदूरों पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी. इस घटना के बाद पुलिस की किरकिरी भी हुई क्योंकि भूखे-प्यासे मजबूर मजदूरों पर लाठियां बरसाना लोगों को नागवार लग रहा है.
पिछले कई दिनों से हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने मजदूरों को सीमा पर ही रोक दिया है, उसके बाद खुद की बस से उनको घर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है, मगर कई घंटे बीत जाने के बावजूद जब मजदूरों को प्रशासनिक मदद नहीं मिली तो भूख-प्यास से तड़पते मजदूर विरोध पर उतर आए और चक्काजाम कर दिया.
पहले तो पुलिसकर्मियों ने समझाइश दी, फिर बाद में उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा. हालांकि, अब पुलिस प्रशासन मामले के टालमटोल में लगा है और कार्रवाई की बात कह रहा है.