रतलाम| एमपीईबी का नया कारनामा सामने आया है. रतलाम के ऊंकाला रोड पर दो कमरे के मकान में रहने वाले गरीब परिवार को एक लाख 21 हजार रुपए के बिजली बिल का नोटिस थमाया गया है. बिजली का कनेक्शन काटे जाने से ये परिवार अंधरे में रहने को मजबूर है. वहीं एमपीईबी के अधिकारी इसे पिछले 45 महीनों का बकाया बिल बता कर कार्रवाई को सही करार दे रहे हैं. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि मजदूरी करने वाला ये गरीब परिवार लाखों रूपये का बिल भरेगा कैसे? परेशान परिवार ने जनसुनवाई में पहुंच कर गुहार लगाई है.
ऊंकाला रोड पर रहने वाले जितेंद्र प्रजापत ने मंगलवार को हुई जनसुनवाई में आवेदन दिया था कि एमपीईबी के अधिकारियों ने उसके घर की बिजली काट कर एक लाख 21 हजार रुपए के बिजली बिल का नोटिस दिया है. जितेंद्र के घर के लोगों का कहना है कि उनके द्वारा पहले बिजली के बिल जमा करवाए गए हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से बिजली का बिल नहीं आ रहा था. एमपीईबी कार्यालय में पूछताछ करने पर विभाग के अधिकारियों ने 45 महीनों का बकाया बिल का नोटिस थमा दिया और घर की बिजली काट दी. जिससे पिछले 15 दिनों से परिवार अंधेरे में रहने को मजबूर है.
मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवार को भारी-भरकम बिल मिलने के बाद प्रदेश की पूर्व और वर्तमान सरकार के उन दावों की पोल जरूर खुल गई है, जिसमें गरीबों और श्रमिकों को कम दाम पर बिजली देने और बिजली के बकाया बिलों को माफ करने की बात कही गई थी.