रीवा। बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता व भारतीय जनशक्ति पार्टी से मऊगंज के पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो गए. लक्ष्मण तिवारी ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है. सदस्यता लेते ही सपा ने उन्हे रीवा जिले के सिरमौर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है. इसके बाद आगामी विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी और काग्रेस सहित बसपा की नींद उड़ाने के लिए चुनावी मैदान पर उतरेंगे. सपा में शमिल होकर लक्ष्मण तिवारी ने सिरमौर सिरमौर की सियासत का सारा गुणाभाग ही पलट कर रख दिया है.
सीएम शिवराज पर आरोपों की झड़ी : सपा में शमिल होने के बाद सोमवार को लक्ष्मण तिवारी रीवा पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने अपने निज निवास में स्थानिय पत्रकारवार्ता का आयोजन किया. इस सपा नेता लक्ष्मण तिवारी ने सीएम शिवराज पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने लाड़ली बहना योजना को लवण भास्कर चूर्ण और लेमनचूस की तरह बताया. लक्ष्मण तिवारी ने मुख्यमंत्री पर हमलवार होते हुए आरोपों की झड़ी लगाई. लक्ष्मण ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी जनता को ठग रही है. भाजपा रुपए देकर वोट खरीद रही है तो कांग्रेस वोट के लिए रुपए देने का वायदा कर रही है.
लाडली बहना योजना को तमाशा बताया : सपा नेता लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि लाडली बहना योजना सिर्फ तमाशा है. लाडली बहना योजना तो ठगने का बहाना है. जैसे बच्चों को ठगने के लिए लेमनचूस और टॉफी दी जाती थी. सीएम शिवराज अपना दायित्व नहीं निभा रहे है. वह स्टेज पर जाकर तमाशा करते हैं, पढ़े-लिखे लोगों को ये पसंद नहीं है. पूर्व विधायक ने कहा हर महीने 1500 करोड़ रुपए उधार लेना, किसके सिर पर जाएगा. 325 रुपए किलो जीरा 825 रुपए का हो गया. महंगाई रोजाना बढ़ रही है और इधर फ्री की योजनाओं से प्रदेश को कंगाल किया जा रहा है.
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लक्ष्मण तिवारी का सियासी सफर : बता दें कि वर्ष 2008 के पहले लक्ष्मण तिवारी ने सवर्ण समाज पार्टी का गठन किया था. इसके बाद साल 2008 में उमा भारती की भारतीय जनशक्ति पार्टी से टिकट लेकर लक्षमण तिवारी ने मऊगंज से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. कुछ महीने बाद उमा भारती की जनशक्ति पार्टी का बीजेपी में विलय हो गया और लक्षण भी भाजपा के हो गए. इसके बाद 2013 ने भाजपा ने लक्षमण तिवारी को मऊगंज से टिकट देकर कर मैदान पर उतारा लेकिन काग्रेस के सुखेंद्र सिंह बन्ना ने उन्हे करारी शिकस्त दे दी. वर्ष 2018 में भाजपा ने लक्ष्मण तिवारी की टिकट काटकर प्रदीप पटेल को प्रत्याशी बनाया और जीत हासिल की. जिसके बाद भाजपा ने पहली बार मऊगंज में अपना खाता खोला. इसके बाद लक्षमण तिवारी ने बीजेपी से अपना मुंह मोड़ लिया.