रीवा। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के टिकट का बंटवारा लगभग पूरा हो चुका है. पांचवी सूची आने के बाद रीवा जिले की तमाम आठ विधानसभा सीटों पर भी प्रत्याशियों का चयन कर दिया गया. पार्टी द्वारा जारी की गई पांचवी सूची जारी होने के बाद जिले की दो विधानसभा सीटों में विधायकों के टिकट काटे गए हैं. जिसके बाद टिकट कटने की आवाज अब उठने लगी और जिले की मनगंवा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक पंचू लाल प्रजापति ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से सवाल किया है कि आखिर किस कारण से मेरा टिकट काट दिया गया. पत्रकार वार्ता के दौरान बीजेपी विधायक का दर्द छलक पड़ा और वह मीडिया के सामने रोने लगे.
टिकट कटी तो रोए विधायक, बोले-मेरा क्या कसूर: दरअसल वर्ष 1998 जब बीजेपी को उम्मीदवार ढूंढने पर भी नहीं मिलते थे, तब से पंचूलाल प्रजापति बीजेपी की टिकट से विधायक हैं. मगर इस बार अचानक बिना बताए ही उनका टिकट काट दिया गया. जिसके बाद उनकी नाराजगी खुलकर सामने आई और पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए अचानक ही उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे. रोते हुए उन्होंने कहा कि "मुझे टिकट का वादा किया था, मगर पैरासूट लैंडिंग कर 4 महीने पहले विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के हाथों सदस्यता ग्रहण करने वाले व्यक्ति को टिकट दे दिया गया, जो बीजेपी के बारे में कुछ जानता भी नहीं है."
पार्टी की शीर्ष नेताओ पर लगाए आरोप: विधायक पंचूलाल प्रजापति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शीर्ष नेतृत्व पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मनगवां से जिस व्यक्ति को टिकट मिली है. उसने पैसे देकर टिकट प्राप्त किया है. वहीं विधायक ने अस्पष्ट तौर पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि "सदस्यता दिलाने वाले नेता गिरीश गौतम ही हैं. संभवतः उन्होंने ही प्रत्याशी को टिकट दिलाने में सहयोग किया है."
नरेन्द्र प्रजापति को मिली मनगवां सीट से बीजेपी की टिकट: आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी की पांचवी सूची जारी होने के बाद जिले की आठों विधानसभा के प्रत्याशियों का टिकट फाइनल हुआ है. जिसमे मनगवां विधानसभा सीट से पार्टी ने नरेंद्र प्रजापति पर भरोसा जताया है. वह बीजेपी की टिकट पर उम्मीदवार घोषित हुए हैं. जिसके बाद उनका विरोध शुरू हो गया है.